महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के ठाणे शहर जिला अध्यक्ष और फायरब्रांड नेता अविनाश जाधव (avinash jadhav) को मुंबई, ठाणे, ठाणे ग्रामीण, नवी मुंबई और रायगढ़ जिलों यानी कुल 5 जिलों से दो साल के लिए तड़ीपार करने का नोटिस जारी किया गया है। अविनाश जाधव ने खुद यह खबर सोशल मीडिया (social media) के माध्यम से लोगों को बताई। अविनाश जाधव ने कुछ दिन पहले वसई-विरार म्यूनिसिपल कमिश्नर (VVMC) के कार्यालय में आंदोलन किया था। उसी मामले में विरार की उप-विभागीय पुलिस अधिकारी रेणुका बागडे ने नोटिस जारी किया है। साथ ही जाधव को 4 अगस्त को विरार के म्यूनिसिपल कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने का भी निर्देश दिया गया है।
दरअसल कुछ नर्सों को उनके काम पर से निकल दिया गया था, उसी सिलसिले में जाधव ने ठाणे म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के सामने आंदोलन किया था, उन्हें इसके लिए भी नोटिस भेजा गया है। इन मुद्दों को लेकर जाधव ने सोशल मीडिया के द्वारा नाराजगी प्रकट करते हुए कहा, मैं पिछले कई वर्षों से लोगों के अधिकार के लिए लगातार आंदोलन कर रहा हूं। मैंने अपने लिए कोई आंदोलन नहीं किया है। वसई में जो आंदोलन हुआ था, वह कोविद सेंटर के लिए किया गया था। विदर्भ, मराठवाड़ा, सांगली और सतारा में हमारी बहनों के लिए यह आंदोलन अभी भी जारी है। अब जबकि यह आंदोलन चल रहा है तो मुझे निर्वासन का नोटिस जारी किया गया है।
उन्होंने आगे बताया, उन्हें 5 जिलों मुंबई, ठाणे, ठाणे ग्रामीण, नवी मुंबई और रायगढ़ से 2 साल के लिए तड़ीपार होने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं। ठाणे में बहुत सारे गुंडे हैं, कोई आज तक तड़ीपार नहीं हुआ है, जबकि मुझे नोटिस जारी किया गया है। आंदोलन शुरू करने के बाद मुझ पर लगातार दबाव बनाया जाता है, उसके बाबजूद आंदोलन जारी रहता है। मतलब हम लोगों के लिए लड़े नहीं क्या?
जाधव के मुताबिक, जब एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे के नेतृत्व में मेरी पहली सभा हुई तो मुझ पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था।तभी मैंने कहा कि, मुझे तड़ीपार होने का नोटिस भी जारी किया जा सकता है। अविनाश जाधव ने कहा कि यह सरकार की ओर से लोगों के लिए काम करने का यह अच्छा इनाम है।