Advertisement

कोरोना के कॉलर ट्यून से परेशान नेता, बंद करने की कर रहे हैं मांग


कोरोना के कॉलर ट्यून से परेशान नेता, बंद करने की कर रहे हैं मांग
SHARES

देश में जब से कोरोना वायरस (Coronavirus) की शुरुआत हुई तभी से ही हर किसी के मोबाइल फोन पर कोरोना कॉलर ट्यून (Corona college tune) पेश किए गए हैं। सरकार ने इस कॉलर ट्यून (college tune) को लोगों में जागरूकता लाने के लिए पेश किया था, लेकिन यह कॉलर ट्यून कुछ अधिक ही लंबी होने के कारण अब लोग इससे खीज रहे हैं। इसलिए कई लोगों ने इस कॉलर ट्यून को बंद करने की मांग की है। इस कॉलर ट्यून को बंद करने की मांग मनसे नेता बाला नंदगांवकर (MNS leader bala nandganvkar) ने भी की है।

इस बारे में बाला नंदगांवकर (bala nandganvkar) ने कहा कि, यह ठीक है कि कोरोना संकट के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सभी के फोन पर कॉलर ट्यून चालू किए गए थे। लेकिन अब सभी कोरोना जागरूक हो गए हैं, इस लिए अब अन्य विज्ञापनों के माध्यम से जागरूकता पैदा करना चाहिए। इस बाबत नांदगांवकर ने ट्वीट भी किया है।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, पिछले कई महीनों से दूरसंचार विभाग कोरोना के बारे में एक कॉलर ट्यून के रूप में जानकारी दे रहा है।  लेकिन अब लोग पहले से अधिक जागरूक हो गए हैं। इस लंबी कॉलर ट्यून से अक्सर फोन देर से लगता है या लगता ही नहीं है।

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, "इसलिए, हम जो भी जागरूकता पैदा करना चाहते हैं, अब वह विज्ञापनों के विभिन्न माध्यमों से किया जा रहा है।" इसलिए अब इस कॉलर ट्यून को तुरंत बंद किया जाना चाहिए। '

आपको बता दें कि कोरोना के इस कॉलर ट्यून को बंद करने की मांग करने वाले मनसे नेता बाला नंदगांवकर अकेले नहीं हैं। इससे पहले, प्रकाश अंबेडकर ने भी कोरोना की कॉलर ट्यून को बंद करने की मांग की थी।  कुल मिलाकर, राजनीतिक नेताओं के साथ-साथ आम नागरिक भी इस ट्यून से तंग आ चुके है।

Read this story in मराठी
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें