अजित पवार ने बीजेपी में शपथ लेते हुए उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, एनसीपी के कई वरिष्ठ नेता अजीत पवार को उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही, धनंजय मुंडे ने कहा है कि उनका अजीत पवार के साथ कोई संबंध नहीं है। सोमवार शाम को मुंबई के ग्रैंड हयात होटल में, तीनों ही पार्टियों के विधाको की परेड की गई। इस परेड में तीनों ही पार्टियों ने दावा किया उनके पास 162 से भी ज्यादा विधायक है। बाद में मीडिया से बात करते हुए, धनंजय मुंडे ने स्पष्ट किया कि उनका अजीत पवार के साथ कोई संबंध नहीं था।
हमने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा
धनंजय मुंडे ने मीडिया से बात करते हुए कहा की "हमने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा है। उस समय अजीत पवार भी हमारे साथ थे। वह अब हमारे साथ नहीं है। यह उनका निजी फैसला है। एक और बात जो मुझे अजीत पवार के बारे में पसंद है वह अलग है। हालाँकि,
मेरा परम प्रेम और भक्ति शरद पवार के साथ है। मैं मरने तक शरद पवार के प्रति वफादार रहुंगा। जहां तक अजीत पवार की बात है,
मैं उनसे संबंधित था। अब मेरा उनसे कोई लेना-देना नहीं है। मैंने उनसे अभी तक संपर्क नहीं किया है।
अजित पवार से पार्टी में वापस आने की अपील
मुंडे ने बताय की " पिछले 3 दिनों के दौरान, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कई बार उनसे संपर्क किया और उनसे पार्टी में आने का अनुरोध किया। हम सभी चाहते हैं कि वे राष्ट्रवाद की ओर लौटें। इसलिए मैं अब भी उनसे पार्टी में वापस आने की अपील कर रहा हूं। हम तीनों ने संविधान की शपथ लेकर एकजुट रहने का फैसला किया है। यही तस्वीर विधानसभा में बहुमत साबित करने के समय रहेगी"।
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