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मंदिर, मस्जिद सहित सभी धार्मिक स्थलों को खोलो, रामदास आठवले ने पत्र लिख कर की मांग

आठवले ने इस बाबत महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (bhagat singh koshyari) और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) को पत्र भी लिखा है।

मंदिर, मस्जिद सहित सभी धार्मिक स्थलों को खोलो, रामदास आठवले ने पत्र लिख कर की मांग
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केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले (ramdas athawale) ने मांग की है कि राज्य के मंदिर, मस्जिद, बौद्ध मठों सहित अन्य सभी धर्मों के पूजा स्थल शुरू किये जाएं। आठवले ने इस बाबत महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (bhagat singh koshyari) और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) को पत्र भी लिखा है।

रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आ) (republican party of india) के अल्पसंख्यक मोर्चे के मुंबई अध्यक्ष हसन शेख और अनीस पठान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने रामदास आठवले से मुलाकात की और उन्हें मस्जिद शुरू करने के संबंध में निवेदन भी सौंपा। इसके बाद आठवले ने मंदिर, मस्जिद सहित अन्य सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों को शुरू करने के लिए राज्यपाल और मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजने का आश्वासन दिया था।

तदनुसार भेजे गए पत्र में, रामदास आठवले (ramdas athawale) ने कहा है कि सभी धार्मिक स्थलों जैसे मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों, गुरुद्वारों, बुद्ध विहारों, देरासर को शुरू किया जाना चाहिए। उन्होंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वे मास्क, सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंस (social distance) सहित लॉकडाउन (lockdown) नियमों का पालन करने का आदेश देकर राज्य में सभी धर्मों के पूजा स्थलों को खोलने की अनुमति दें।

गौरतलब है कि, मार्च महीने में कोरोना वायरस (Coronavirus) के फैलने के बाद सरकार द्वारा लॉकडाउन (lockdown) की घोषणा कर दी गई थी। इसी लॉकडाउन में सभी प्रार्थना स्थलों को भी बंद करने के आदेश दिए गए थे।

लेकिन अब अनलॉक (unlock) के तहत कई क्षेत्रों में ढील दी जा रही है तो लोग धार्मिक स्थलों को भी खोलने की मांग कर रहे हैं। भक्तों का कहना है कि, जब अन्य उद्योगों को शर्तों के साथ-साथ शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है तो पूजा स्थलों को खोलने की अनुमति क्यों नहीं?

यही नहीं अभी हाल ही में, सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई के दौरान राज्य सरकार को पर्युषण काल में मुंबई के तीन जैन मंदिरों को खोलने की अनुमति दी थी। इसके बाद वारकरियों ने भी मांग की कि, उसी नियम का पालन करते हुए, पंढरपुर में विठ्ठल मंदिर को भी वारकरियों के लिए खोला जाना चाहिए, अन्यथा वंचित बहुजन अगाड़ी के नेता प्रकाश अंबेडकर (prakash ambedakar) के नेतृत्व में 1 लाख वारकरियों का एक आंदोलन आयोजित किया जाएगा।

कुछ दिनों पहले, नासिक के त्र्यंबकेश्वर के कुछ पुजारी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (maharashtra navnirman sena) के अध्यक्ष राज ठाकरे (raj Thackeray) से मंदिर खोलने के मुद्दे पर मिले थे। राज ठाकरे इस मुलाकात के बाद सरकार से प्रश्न पूछा था कि, जब राज्य में मॉल शुरू कर सकते हैं तो मंदिर क्यों नहीं? उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि कोरोना के संबंध में सुरक्षा नियमों के अनुपालन के लिए पूजा स्थलों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए।

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