मुंबई – बीएमसी चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है। सभी पार्टियां बड़े जोर-शोर से अपने अपने प्रचार में लगी हुई हैं। 2012 में हुए बीएमसी चुनाव में शिवसेना और बीजेपी ने अपने एजेंडे में जिन मुद्दों को शामिल किया था क्या वे मुद्दे पूरे हुए हैं? मुंबई लाइव आपको कुछ ऐसे ही मुद्दों का लेखा जोखा-पेश कर रहा है, जिसे देख आप खुद ही अनुमान लगाइए कि बीएमसी में बैठी सत्ताधारी पार्टियों ने किये गये वादों को कितना पूरा किया....
पानी
- मरोलमरोशी-वाकोला-माहिम सुरंग का काम पूरा ।
- गुंदवली-कापूरबावड़ी-भांडूप कॉम्प्लेक्स का काम पूरा ।
- पाइप से पाइप और मायक्रोटनेलिंग का अभी जारी ।
- इंडस्ट्रियल एरिया के लिए पानी उपलब्ध, शौचालयों के लिए,जलशुद्धीकरण योजना की बात कही गयी थी, लेकिन अभी कुछ नहीं हुआ ।

स्वास्थ्य
- मुंबई के पूर्व भाग में ट्रामा सेंटर के निर्माण की बात कही गयी थी, लेकिन सिर्फ वादा ही रह गया।
- जोगेश्वरी में नया ट्रामा सेंटर बना ।
- शिवडी के टीबी अस्पताल को एशिया का सबसे बड़ा टीबी अस्पताल बनाने का काम जारी ।
- बीएमसी के सभी अस्पतालों में डायलेसिस सेंटर शुरू करने का वादा केवल वादा ही रह गया।
- बीएमसी के सभी अस्पतालों में डायग्नोस्टिक लैब शुरू करने का वादा केवल वादा ही रह गया।
शिक्षा
- शिक्षा का बजट हर साल बढ़ाया जा रहा है उसके बावजूद 100 में से 15 बच्चे मनपा स्कूल छोड़ रहे हैं।
- मराठी स्कूलों की संख्या को बढ़ाने की बात, लेकिन कोई कदम नहीं उठाए गये।
- तीन साल के अंदर मनपा स्कूलों की जर्जर हो चुकी इमारतों का मरमम्त का काम पूरा, लेकिन काम कछुए की गति से चालू।
- वर्चुअल क्लास रूम की शुरुआत करने की बात, लेकिन सभी स्कूलों में यह सुविधा शुरू नहीं।
- छात्रों में टैब बांटा गया, लेकिन शिक्षा की जगह भ्रष्टाचार की वजह से अधिक चर्चा में रहा ।
- शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए समय-समय पर मूल्यांकन के द्वारा क्लास टीचर्स के वर्गीकरण की बात, लेकिन दिन पर दिन स्तर गिरता चला गया ।
सड़क और हाईवे
- अधिक से अधिक रास्तों को गड्ढा मुक्त करने की बात, लेकिन बात केवल बात तक ही सीमित ।
- सड़कों की गुणवत्ता को ऑडिट करा कर जांच की बात, लेकिन रास्ता घोटाला सबसे बड़ा घोटाला साबित हुआ। कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने खाई जेल की हवा।

सफाई
- सफाई का काम आधुनिक प्रक्रिया के माध्यम से पूरा किये जाने की बात लेकिन अभी भी आधुनिक प्रक्रिया के स्थान पर वही पारंपरिक तरीके से काम जारी ।
- गोराई, कांजूरमार्ग और मुलुंड में डंपिंग ग्राउंड बना कर कचरे से बिजली निर्माण की बात लेकिन जमीनी हकीकत बिलकुल जीरो।

मैदान
- क्रिकेट अकादमी स्थापित करने की बात झूठी साबित हुई ।
- कांदिवली में सचिन तेंदुलकर के नाम से स्पोर्ट्स क्लब बना, लेकिन आम लोगों को प्रवेश की अनुमति नहीं ।
- व्यायामशाला और जॉगिंग ट्रैक को प्रमुखता, लेकिन आदित्य ठाकरे ने ओपन जिम को अधिक तरजीह दी।
- वीरमाता जीजाबाई उद्यान को इंटरनेशनल स्तर बनाने का वादा, लेकिन काम की धीमी शुरुआत।
- मुंबई में पांच वर्ष में अधिक से अधिक पेड़ लगाने की बात, लेकिन मुंबई में हरियाली कहीं भी नहीं ।