चर्चाएं शुरू है की मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे और शिवसेना(UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे साथ मिलकर बीएमसी चुनाव लड़ सकते है।दोनों दलों के नेताओ ने भी इस संबंध में सकारात्मक संकेत दिए थे। हालांकी इन अटकलो पर अब लगभग विराम लग चुका है। कहा जा रहा है कि यह गठबंधन शर्तों में फंस गया है। मुंबई में वार्ड संरचना की घोषणा अक्टूबर में होने की संभावना है। उसके बाद बीएमसी चुनावों की घोषणा हो सकती है। आम तौर पर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ये चुनाव नवंबर या दिसंबर में होंगे। इसलिए दोनो दलो के संभावित गठबंधन की चर्चा भी टल गई है। (Raj Thackeray son Amit Thackeray may get a big responsibility in MNS for BMC elections)
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना दे रही पार्टी को मजबूत करने पर ध्यान
राज्य के सबसे बड़े और सबसे प्रभावशाली महानगरपालिका चुनाव की पृष्ठभूमि में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने संगठनात्मक तैयारियां जोरदार तरीके से शुरू कर दी हैं। पिछले तीन सालों से लंबित मुंबई महानगरपालिका चुनाव को लेकर यह संभावना जताई जा रही है कि अप्रैल-मई में चुनाव होंगे। इस पृष्ठभूमि में रविवार को मुंबई में पार्टी अध्यक्ष राज ठाकरे की मौजूदगी में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। बैठक में नए पदाधिकारियों की नियुक्ति, चुनाव रणनीति और शहर संगठन के पुनर्गठन पर चर्चा की गई।
अमित ठाकरे को अहम जिम्मेदारी
इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष राज ठाकरे ने अपने बेटे अमित ठाकरे को अहम जिम्मेदारी सौंपी है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि इसके पीछे मंशा अमित को पार्टी में और अधिक सक्रिय बनाने की है। इस नई भूमिका के जरिए वे सीधे कार्यकर्ताओं से संपर्क करेंगे और इसके जरिए पार्टी के युवा नेतृत्व को बढ़ावा मिलेगा।
केंद्रीय समिति गठित, वरिष्ठ नेताओं को निगरानी की जिम्मेदारी
मनसे ने पार्टी की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए स्वतंत्र केंद्रीय समिति गठित की है। इस समिति में बाला नांदगांवकर, नितिन सरदेसाई और अविनाश जाधव शामिल हैं। यह समिति पूरे राज्य की कार्यप्रणाली, व्यवस्था और प्रचार पर नजर रखेगी।
यह भी पढ़े- "इस देश में इंसानों की कोई कीमत नहीं बची"- राज ठाकरे