मध्य रेलवे के दिवा और मुंब्रा स्टेशनों के बीच हुए भीषण हादसे में पांच यात्रियों की मौत हो गई। यह हादसा सोमवार सुबह उस समय हुआ जब तेज रफ्तार लोकल ट्रेनें एक-दूसरे के काफी करीब से गुजर रही थीं। इस हादसे ने एक बार फिर मुंबईकरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब इस मामले को लेकर राजनीतिक हलकों में प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं और मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने गुस्से में प्रतिक्रिया दी है। (There is no value left for humans in this country says MNS Chief Raj Thackeray)
"रेल मंत्री को खुद जाकर स्थिति का निरीक्षण करना चाहिए"
दुर्घटना पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए राज ठाकरे ने कहा, "इस देश में इंसानों की कोई कीमत नहीं बची है, रेल मंत्री से इस्तीफा देने की मांग बेमानी है, इसके बजाय उन्हें खुद वहां जाकर स्थिति का निरीक्षण करना चाहिए मुझे ट्रेन से यात्रा करने का अनुभव है, पहले भीड़ कम होती थी, लेकिन आज यह अनियंत्रित हो गई है, जिस जगह दुर्घटना हुई, वह कोई नई बात नहीं है, वह इलाका हमेशा से खतरनाक रहा है, फिर भी उपाय शून्य रहे हैं।"
मुंबई में व्यवस्थाओं की विफलता, शहर की दुर्दशा
राज ठाकरे ने रेलवे ही नहीं, बल्कि पूरे मुंबई शहर में अपर्याप्त सुविधाओं की ओर इशारा किया। राज ठाकरे ने कहा की "मुंबई में ठीक से सड़कें नहीं हैं, पार्किंग की सुविधा नहीं है, अगर आग लग जाए तो फायर ब्रिगेड नहीं पहुंच सकती, और जनसंख्या विस्फोट के साथ, अब यह पता लगाना संभव नहीं है कि कौन कहां से आ रहा है।"
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, "मोनोरेल हैं, मेट्रो हैं, लेकिन कोई इस बात पर ध्यान नहीं देता कि उनका उपयोग कौन और कैसे करता है, मुंबई और अन्य मेट्रो शहरों में ऊंची इमारतें बढ़ रही हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाएं स्थिर हैं। एक शहर के रूप में यह स्थिति शर्मनाक है"
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