शहीद हेमंद करकरे पर दिये बयान के बाद चुनाव आयोग ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को नोटिस भेजकर इसपर जवाब मांगा था । साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब दिया है। उन्होने अपनी सफाई में कहा है की उन्होंने किसी शहीद के अपमान की भावना से बयान नहीं दिया।
प्रज्ञा ने नोटिस के जवाब में कहा, 'मैंने अपने बयान में किसी शहीद की शहादत को लेकर कोई आपत्तिजनक बात नहीं कही है। मेरे बयान की एक लाइन को नहीं देखना चाहिए बल्कि मेरा पूरा बयान देखिए। मैंने तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा मुझे जो यातनाएं दी गईं, उनका जिक्र किया था, मेरे साथ जो भी घटित हुआ, उसे जनता के सामने रखा और यह मेरा अधिकार है। मेरे बयान को मीडिया ने तोड़-मरोड़कर पेश किया। हालांकि जनभावना का सम्मान करते हुए मैंने अपना बयान वापस ले लिया है। मैंने ऐसा कोई कृत्य नहीं किया और ना ही भाषण दिया, जिससे आचार संहिता का उल्लंघन होता हो।'
क्या कहा था साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकूर ने
साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की ' 'हेमंत करकरे ने मुझे गलत तरीके से फंसाया, मैंने कहा था कि सर्वनाश होगा और ठीक सवा महीने बाद आतंकियों ने उसे मार दिया'। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में साध्वी ने कहा, 'हेमंत करकरे मुझे यातनाएं देते थे, मुझसे कुछ भी पूछते थे, मैंने कहा कि तेरे सर्वनाश होगा और ठीक सवा महीने बाद आतंकियों ने मार दिया,जिस दिन मैं गई थी उस दिन सूतक लग गया था.' ।
मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा द्वारा मुंबई हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे को लेकर दिए बयान की काफी आलोचना हो रही है। चुनाव आयोग ने उनके इसी बयान पर एक नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा था।
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