Advertisement

बकरे पर लगी पाबंदी से नाराज अबु आजमी, कहा- 'जिस सरकार के गले में हमने हार डाला वही सांप बनकर काट रहे हैं'

आजमी के मुताबिक, एक तरफ सरकार ने ऑनलाइन बकरियां खरीदने की अनुमति दी है। लेकिन अगर वही बकरियां वाहनों द्वारा लाई जाती हैं, तो पुलिस उन्हें पीट रही है और मामला दर्ज कर रही है।

बकरे पर लगी पाबंदी से नाराज अबु आजमी, कहा- 'जिस सरकार के गले में हमने हार डाला वही सांप बनकर काट रहे हैं'
SHARES

समाजवादी पार्टी के नेता अबू आज़मी (abu azmi) ने बकरी ईद त्योहार पर बकरे की खुलेआम खरीद फरोख्त पर लगी पाबंदी पर निशाना साधा है। आजमी ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि, राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के कारण बकरी ईद पर कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। हालांकि कुर्बानी पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन बकरे को बाजार में लाना मना है। जबकि बकरे की ऑनलाइन शॉपिंग (online shopping) की अनुमति दी गई है। और पुलिस ऐसे लोगों को भी गिरफ्तार कर रही है जो ऑनलाइन बकरा खरीद कर उसे वाहनों द्वारा घर ला रहे हैं। इससे व्यापारियों को भारी नुकसान हो रहा है। उनके सामने अब आत्महत्या करने के सिवाय अब कोई चारा नहीं बचा है। अबू आजमी ने कहा, "जिस सरकार की हमने मदद की, उनके गले में हार डाला , वही हार सांप बन कर हमें आज काट रहा है।"

उन्होंने शायरी ट्वीट करते हुए कहा, जिन लोगों को हमने अपने गले को सजाने के लिए पराजित माना, अब हम काटने और खाने के लिए सांप बन गए हैं।  सड़कों पर करोड़ों बलि के जानवर मरे, उद्धव को टैग करते हुए उन्होंने लिखा कि, उद्धव जी आपने किसानों, मुसलमानों को सताया है।  


इस अवसर पर बोलते हुए, अबू आज़मी ने कहा कि बकरी ईद का त्योंहार बस कुछ ही दिन दूर है। लेकिन लोग बहुत नाराज हैं।  

आजमी के मुताबिक, एक तरफ सरकार ने ऑनलाइन बकरियां खरीदने की अनुमति दी है। लेकिन अगर वही बकरियां वाहनों द्वारा लाई जाती हैं, तो पुलिस उन्हें पीट रही है और मामला दर्ज कर रही है।  जैसा कि शहर में कोई बकरी का बाजार नहीं है, अगर कोई नासिक से बकरियों का ऑर्डर करता है, तो एक व्यक्ति 2 बकरों को खरीदता है तो इस हिसाब से 10 लोगों की 20 हुई, और उन्हें लाने के लिए बकरियों को शहर में लाने के लिए वाहन लगेगा या नहीं, लेकिन इस पर भी पुलिस कार्रवाई कर रही है।

उन्होंने आगे कहा, गुजरात से लाई गई हजारों बकरियां लाइन में खड़ी हैं, जिससे बकरियां मर रही हैं।  इससे व्यापारियों का नुकसान हो रहा है, वे आत्महत्या भी कर सकते हैं।

आजमी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) से कहा, आपने किसानों और मुसलमानों के साथ बहुत अन्याय किया है। आप कहते हैं कि बलिदान पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन एक जानवर के बिना बलिदान कैसे दिया जा सकता है?  कोरोना की पृष्ठभूमि के खिलाफ, हमने सरकार के नियमों का पालन करने, सामाजिक दूरी का पालन करने, मस्जिद के बजाय घर पर प्रार्थना करने और न्यूनतम तरीके से बलिदान देने का वादा किया।  

अबू आज़मी ने कहा कि जिस तरह से पुलिस आयुक्त कार्रवाई कर रहे हैं उन्हें लोगों का शाप लगेगा।

Read this story in मराठी or English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें