Advertisement

शस्त्र पूजा तमाशा नहीं है, देश की परंपरा है- संजय निरुपम

बुधवार को एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए संजय निरुपम ने कहा कि हमारे देश में शस्त्र पूजा की परंपरा पुरानी है, शस्त्र पूजा को तमाशा नहीं कहा जा सकता।

शस्त्र पूजा तमाशा नहीं है, देश की परंपरा है- संजय निरुपम
SHARES

मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम ने एक बार फिर कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के प्रभारी मल्लिकार्जुन खड़गे पर अब निशाना साधाते हुए सॉफ्ट हिंदुत्व के पक्ष में बयान दिया है। निरुपम ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने फ्रांस में दशहरे के मौके पर शस्त्र पूजन को देश की परंपरा बताया है जबकि कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे तमाशा करार बताया था।

बुधवार को एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए संजय निरुपम ने कहा कि हमारे देश में शस्त्र पूजा की परंपरा पुरानी है,  शस्त्र पूजा को तमाशा नहीं कहा जा सकता। मल्लिकार्जुन खड़गे जी नास्तिक हैं लेकिन कांग्रेस में हर कोई नास्तिक नहीं है।

पढ़ें: मेरे खिलाफ साजिश, चापलूसों से घिरी हुईं हैं सोनिया गांधी- संजय निरुपम

आपको बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दशहरे के मौके देश का पहला राफेल लेने के लिए फ्रांस गये थे तो उन्होंने वहां पर शस्त्र पूजन की परंपरा को अपनाते हुए राफेल की पूजा की थी। इसके बाद उनके इस शस्त्र पूजन पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे तमाशा करार दिया है। खड़गे ने कहा कि  ऐसा तमाशा करने की जरूरत नहीं थी। जब हमने (यूपीए) ने बोफोर्स बंदूकें खरीदी थी को हमने इस तरह का दिखावा नहीं किया था। हमारे शासनकाल में कोई भी नेता या मंत्री इसे लाने विदेश नहीं गया था।

इसके पहले खड़गे दो दिन पहले मुंबई आये थे तो उन्होंने निरुपम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि संजय निरुपम पर प्रदेश कांग्रेस कमिटी की रिपोर्ट आने के बाद ही पार्टी एक्शन लेगी।

पढ़ें: नाराज संजय निरुपम ने कांग्रेस को दिया बड़ा झटका

गौरतलब है कि संजय निरुपम इस समय महाराष्ट्र विधानसभा चूनाव में टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी से नाराज चल रहे हैं। उन्होंने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करके टिकट बंटवारे पर सवाल उठाया था और पार्टी छोड़ने की बात भी कही थी।

संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें