राज्य में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और एकनाथ शिंदे(Eknath Shinde) गुट की रस्साकसी खत्म होने का नाम नहीं ले रहीं है। जहा एक और पहले से एकनाथ शिंदे सरकार ने ठाकरे सरकार ने सभी GR पर रोक लगा दी है तो वही अब उद्धव ठाकरे सरकार में पर्यावरण मंत्री रहें आदित्य ठाकरे के विभाग के कार्यों के भी आदेश शिंदे सरकार ने दे दिया है।
एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने पूर्व मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे द्वारा स्वीकृत सभी विकास कार्यों और परियोजनाओं की समीक्षा का आदेश दिया है।
एकनाथ शिंदे सरकार ने आदित्य ठाकरे के निर्वाचन क्षेत्र वर्ली को अपेक्षाकृत अधिक धन मिलने के संदर्भ में समीक्षा का आदेश दिया है। पिछले 2.5 वर्षों में महाराष्ट्र के पर्यावरण और पर्यटन मंत्री के रूप में स्वीकृत परियोजनाओं में भी परीक्षा का आदेश दिया गया है।
ठाकरे ने अपने गृह क्षेत्र वर्ली में कई महत्वाकांक्षी विकास परियोजनाएं शुरू कीं। 1 अगस्त, 2021 को, एमवीए सरकार ने औपचारिक रूप से वर्ली, एनएम जोशी और नायगांव बीडीडी चॉल के लिए पुनर्विकास कार्य शुरू किया और इसे 'हमारे देश ने देखा है कि सबसे महत्वाकांक्षी पुनर्विकास परियोजनाओं में से एक' के रूप में करार दिया।
Today we record a landmark moment as we formally commence the redevelopment work for Worli, NM Joshi, and Naigaon BDD Chawls. This is one of the most ambitious redevelopment projects that our country has seen. pic.twitter.com/A0sr98uIvn
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) August 1, 2021
आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र में जलवायु परिवर्तन संकट से निपटने के लिए एक कार्य योजना तैयार करने के लिए एक राज्य जलवायु परिवर्तन परिषद की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके अलावा, उन्होंने राज्य की नेट-जीरो पहल को लागू करने का बीड़ा उठाया, जिससे राज्य के 43 शहर संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व वाले 'रेस टू जीरो' अभियान में शामिल होंगे।
इसके अलावा, भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार के दौरान पर्यावरण विभाग और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (MPCB) से संबंधित उनके कार्यों का ऑडिट करने का निर्णय लिया है।
मुंबई, पुणे, नागपुर, कोल्हापुर, चंद्रपुर, अमरावती, औरंगाबाद, नासिक, ठाणे और रायगढ़ में एमपीसीबी के कार्यालयों में केंद्रीय ऑडिट शुरू किया गया है।
यह भी पढ़े- मंकीपॉक्स- मुंबई में कस्तूरबा अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड तैयार