दुनियाभर में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामले को देखते हुए बीएमसी ने भी इसके लिए जरूरी कदम उठा लिए है। WHO ने पहले ही मंकीपॉक्स (monkeypox) को ग्लोबल स्वास्थ महामारी घोषित किया है। जिसे देखते हुए भारत सरकार के साथ साथ बीएमसी ने भी इस मामले में अहितियातन तैयारी शुरू कर दी है।
मुंबई में मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन नगर पालिका अलर्ट मोड पर है। इसके लिए नगर पालिका के चिंचपोकली के कस्तूरबा अस्पताल में आइसोलेशन बेड तैनात किए गए हैं।
संदिग्ध मरीज मिलने पर सैंपल 'नेशनल वायरोलॉजी ऑफ पुणे' भेजे जाएंगे। मुंबई, महाराष्ट्र समेत पूरा देश जहां कोरोना संकट से बाहर आ रहा है, वहीं भारत समेत 80 देशों में मंकीपॉक्स के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
लगभग 800 बिस्तर वर्तमान में 'कस्तूरबा' अस्पताल में तैयार हैं जो नगर पालिका का एक विशेष अस्पताल है। हालांकि, नगर पालिका के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि फिलहाल कोई भी मरीज या लक्षण वाले संदिग्ध नहीं मिले हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने केईएम, नायर, सायन और कूपर अस्पतालों सहित 16 उपनगरीय अस्पतालों और सभी औषधालयों को इलाज के लिए उनके पास आने वाले मरीजों में लक्षणों की तुरंत रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है।
मंकीपॉक्स रोग में शरीर पर फोड़े फुंसी, चेहरे, हाथ, पीठ, पेट, ठंड लगना, बुखार, थकान, सिरदर्द, हड्डियों में दर्द, ग्रंथियों में सूजन जैसे लक्षण पाए जाते हैं। ऐसे लक्षण पाए जाने पर नगर पालिका से संपर्क करने की भी अपील की गई है।
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