मंगलवार की तूफानी बारिश ने 26 जुलाई 2005 की विनाषक बाढ़ की याद दिला दी है। इस बाढ़ में जहां सैकड़ों ने अपनी जान गंवाई थी तो वहीं हजारों की तादात में लोग जख्मी भी हुए थे। साथ ही साथ व्यापक पैमाने पर धन का भी नुकसान हुआ था। वैसा ही मंजर कुछ मंगलावर को दिखा। फर्क सिर्फ इतना था कि पहले की अपेक्षा बीएमसी, पुलिस से लेकर मुंबई का आम आदमी भी इससे लड़ने के लिए तैयार था। साथ ही साथ 2005 की अपेक्षा बारिश भी कम थी। 26 जुलाई 2005 को जहां 944 मिमी. बारिश हुई थी तो वहीं 29 अगस्त 2017 को 325 मिमी. बारिश दर्ज की गई।
मंगलवार की सुबह से ही मुंबई शहर पानी से भरने लगा था दोपहर के बाद मुंबई की लाइफ लाइन यानी लोकल (सेंट्रल, वेस्टर्न, हॉर्बर) ठप्प पड़ गई थी। जगह जगह जाम लग गया, लगभग 250 पेड़ धराशायी हो, तेज बारिश लैंड स्लाइड और छत गिरने से लगभग 11 लोगों की मौत हो गई। अब सवाल उठता है कि इसके लिए आखिर कौन जिम्मेदार है। खुछ इसी तरह के सवालों का जवाब उद्धव ठाकरे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया।
आइए जानते हैं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और बीएमसी आयुक्त अजोय मेहता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा?
उद्धव ठाकरे
अजोय मेहता