Advertisement

उद्धव ठाकरे ने योगी पर कसा तंज, कहा- कानून व्यवस्था बनाये रखो, मायानगरी अपने आप बन जाएगी

उद्धव ठाकरे ने कहा, अगर उत्तर प्रदेश का विकास होता है और इससे रोजगार पैदा होता है, तो मुंबई पर पड़ने वाला बहुत बड़ा तनाव कम हो जाएगा। इसलिए हम योगी के प्रयासों का स्वागत करते हैं।

उद्धव ठाकरे ने योगी पर कसा तंज, कहा- कानून व्यवस्था बनाये रखो, मायानगरी अपने आप बन जाएगी
SHARES

फ़िल्म सिटी (film city) उद्योग को लेकर इस समय यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (yogi adityanath) और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (uddhav thackeray) आमने सामने हैं। इस मुद्दे को लेकर उद्धव ने योगी पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि, उत्तर प्रदेश को बदनाम करना बंद करें, वहां कानून व्यवस्था बनाए रखें, मायानगरी अपने आप बन जाएगी।

शिव सेना (shiv sena) के मुख्य पत्र संपादकीय में लिखे लेख के अनुसार, 'लाखों उत्तर भारतीय पिछले कई वर्षों से मुंबई में कड़ी मेहनत करके घर परिवार चला रहे हैं। योगी महाराज को सोचना चाहिए कि इन लोगों को आखिर अपना घर छोड़कर मुंबई क्यों आना पड़ा?  फिल्म सिटी एक जरूरी है, लेकिन इन बेरोजगारों को काम मिले बिना योगी के मायानगरी का सपना साकार होने वाला नहीं है।

उद्धव ने कहा, यूपी एक बड़ा राज्य है और ये लोग अधिक जनसंख्या होने के कारण बड़ा बन रहे हैं। जातिवाद और कट्टरता से उत्पन्न कानून-व्यवस्था का सवाल देश के सामने है। वहां कोई उद्योग नहीं है केवल बेरोजगारी है। वहां के सभी श्रमिकों और बेरोजगार मुंबई जैसे शहरों बढ़ रहे हैं।

ठाकरे ने आगे कहा, लखनऊ, कानपुर, मेरठ जैसे शहरों से कलाकार, संगीतकार, लेखक आदि करियर बनाने के लिए सालों से मुंबई आ रहे हैं। क्या योगी यह सब अपने साथ ले जाएंगे? योगी अब जिद्द पर उतर आए हैं और फिल्म सिटी को दिल से लगा चुके हैं। योगी महोदय ने अब खुलासा किया है कि हम किसी का पर्स उठा कर नेता नहीं बने हैं। हम उत्तर प्रदेश में एक नई फिल्म सिटी बना रहे हैं। यह एक प्रतियोगिता है कि कौन सबसे अच्छी सुरक्षा और सुविधाएं प्रदान करेगा। योगी का यह एक अच्छा विचार है। आप फिल्म सिटी खुशी से बनाइये, लेकिन इस विचार पर नहीं कि, 'फिल्म सिटी का विकास मुंबई (Mumbai) के बाहर क्यों नहीं हो सकता? फिल्म सिटी सिर्फ मुंबई में ही क्यों? मुंबई जैसा एक रोजगार सृजन केंद्र और एक अंतरराष्ट्रीय मानक शहर जो देश की तिजोरी को सबसे अधिक भरता है। तो योगी को भी ऐसे शहर का निर्माण करना चाहिए।

उद्धव ने सवाल दागते हुए योगी से पूछा कि, केवल फिल्म सिटी की दीवारें बना कर, उद्यानों, नदियों, अन्य सेटों के निर्माण से क्या होगा? यह मायानगरी मुंबई के बांद्रा, पाली हिल, जुहू और खार इलाकों में भी स्थित है। तो क्या वे असली मायानगरी को यहां से मिर्जापुर (mirzaur) स्थानांतरित करने जा रहे हैं?  उत्तर प्रदेश को सोने से ढंक दें और दिल्ली से ये सोने की ईंटें लाएं।  हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन आप इसके लिए मुंबई को क्यों बदनाम करते हैं? मायानगरी कई दक्षिणी राज्यों में भी पाई जाती है। हैदराबाद में भी है, तमिलनाडु, आंध्र में भी है। क्या योगी महाराज वहां भी जाएंगे और उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी का काम जारी रखेंगे?

योगी महाराज को मुंबई-महाराष्ट्र आने और उद्योगपतियों से चर्चा करने का पूरा अधिकार है। अगर उत्तर प्रदेश का विकास होता है और इससे रोजगार पैदा होता है, तो मुंबई पर पड़ने वाला बहुत बड़ा तनाव कम हो जाएगा। इसलिए हम योगी के प्रयासों का स्वागत करते हैं। सवाल यह है कि अगर कोई मुंबई के उद्योग को लेे जाएगा, तो यह किसी के पिता के लिए संभव नहीं है। मुंबई से फ़िल्म उद्योग को ले जाना किसी बच्चे के हाथ से चॉकलेट छीनकर भागना जितना आसान नहीं है।

Read this story in मराठी
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें