लोकसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद सभी राजनीतिक पार्टियां धड़ाधड़ अपने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर रही हैं। महाराष्ट्र की राजनीतिक पार्टी शिवसेना ने भी 21 उम्मीदवारों वाली अपनी पहली सूची जारी की।
गौरतलब है कि इस बार लोकसभा का चुनाव बीजेपी और शिवसेना दोनों मिल कर लड़ रहे हैं. सीट शेयरिंग के मुद्दे को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच कुछ दिन पहले बैठक भी हुई थी, जिसके बाद उम्मीदवारों के नाम पर अंतिम सहमति बनी। दोनों पार्टियों ने आम सहमति से तय किया कि महाराष्ट्र में कुल 48 लोकसभा सीटों में से शिवसेना 23 सीटों पर तो बीजेपी 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
शिवसेना ने जो लिस्ट जारी किया है उसके मुताबिक दक्षिण मुंबई से अरविंद सावंत, दक्षिण-मध्य मुंबई से राहुल शेवाले, उत्तर-पश्चिम मुंबई से गजानन कीर्तिकर, ठाणे से राजन विचारे, कल्याण से श्रीकांत शिंदे, रायगड से अनंत गिते और रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से विनायक राऊत चुनाव लड़ेंगे।
इसी तरह कोल्हापुर से संजय मंडलिक, हातकणंगले से धैर्यशिल माने, नासिक से हेमंत गोडस, शिर्डी से सदाशिव लोखंडे, शिरूर से शिवाजीराव आढलराव पाटील, औरंगाबाद से चंद्रकांत खैरे, यवतमाल-वाशिम से भावना गवली और बुलढाणा से प्रतापराव जाधव, रामटेक सीट से कृपाल तुमाने, अमरावती से आनंदराव अडसूल, परभणी से संजय जाधव और मावल से श्रीरंग बारणे, हिंगोली से हेमंत पाटील और उस्मानाबाद से ओमरोज निंबालकर को उम्मीदवार घोषित किया गया है।
उस्मानाबाद लोकसभा क्षेत्र के वर्तमान सांसद प्रो रवींद्र गायकवाड़ का पता काट दिया गया है। रवींद्र गायकवाड़ की जगह पवनजीत निंबालकर के बेटे ओमराज निंबालकर को टिकट दिया गया है। आपको याद करा दें कि रवींद्र गायकवाड़ वहीं हैं जिन्होंने एक हवाई यात्रा के दौरान प्लेन के कर्मचारी को चप्पल मारकर विवादों में घिर गए थे।
मुंबई के करीब पालघर सीट की बात करें तो पालघर सीट भाजपा सांसद चिंतामन वनगा के निधन के बाद खाली हुआ था। उसके बाद उपचुनाव में भाजपा ने राजेंद्र गावित को मौका दिया था। जबकि चिंतामण वनगा के बेटे श्रीनिवास वनगा ने शिवसेना में प्रवेश किया और शिवसेना के टिकट से चुनाव लड़ा था। हालांकि वह वनगा हार गए थे, शिवसेना ने वनगा को इस सीट से फिर से लड़ाने का आश्वासन दिया था लेकिन इस सूची में वनगा का नाम नहीं है। अब देखने वाली बात होगी कि पालघर से वनगा को उम्मीदवारी मिलती है या नहीं?