महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक गतिरोध के बीच शिव सेना के सांसद और प्रवक्ता संजय राउत की तबियत अचानक बिगड़ गयी। उन्हें लीलावती अस्पताल में दाखिल कराया गया है। बताया जाता है कि सीने में दर्द होने के बाद उन्हें दाखिल कराया गया, यही नहीं उन्हें मानसिक तनाव और हाई ब्लडप्रेशर की भी शिकायत है। लीलवती के रूम नंबर 1102 में भर्ती राउत का इलाज डॉक्टर अजित मेनन की देख रेख में होगा।
क्या है मामला?
मिली जानकारी के मुताबिक आज यानी सोमवार दोपहर को जब वे बांद्रा के ताज लैंड्स एंड में एनसीपी प्रमुख शरद के साथ मीटिंग करने के बाद उन्होंने अपनी तबियत खराब होने की शिकायत की। इसके बाद उन्हें लीलवती ले जाया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बात की भी खबर है कि उनका एंजियोग्राफी भी हो सकता है, इसके लिए उन्हें कम से कम दो दिन तक तो एडमिट ही रहना होगा।
राउत की तबियत को लेकर उनके भाई और विधायक सुनील राउत ने कहा कि, वे ठीक हैं, घबराने की कोई बात नहीं है, नियमित जांच के लिए उन्हें दाखिल कराया गया है। कल उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जायेगा।
अब जब संजय राउत अस्पताल में दाखिल हो गए हैं तो अब सरकार गठन की जिम्मेदारी शिव सेना के अन्य नेताओं मिलिंद नार्वेकर, अनिल परब और अनिल देसाई को जिम्मेदारी दी जा सकती है।
आपको बता दें कि शिव सेना आज शाम को महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी के साथ मुलाकात करने वाले हैं। इस मुलाक़ात में सरकार गठन को लेकर चर्चा होनी है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में जब से विधानसभा के रिजल्ट सामने आये 15 दिन हो गए हैं तभी से ही सरकार गठन को लेकर बीजेपी और शिव सेना के बीच राजनीतिक घमासान चल रहा है। और जब से यह घमासान चल रहा है तभी से ही संजय राउत सक्रीय हैं, पिछले 15 दिन से वे हर दिन पार्टी में बैठक लेना, मीडिया को सम्बोधित करना य फिर अन्य नेताओं से मिलना, राउत ही शिव सेना की तरफ से मैदान संभाले हुए हैं। लगातार शारीरिक मानसिक रूप से सक्रीय राउत की तबियत खराब हो गयी।