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दिल्ली में हुआ शिवाजी के वंशज का अपमान : संजय राउत

शिव सेना सांसद संजय राउत (sanjay raut) ने शिवाजी महाराज के वंशज सांसद उदयन राजे भोसले (udayan raje bhosale) का अपमान करने का आरोप लगाया है। साथ ही इस पर BJP पर तंज कसते हुए कहा, यह शिवाजी के वंशजों का अपमान है या नहीं, इसका प्रमाण पत्र किसे देना पड़ेगा।

दिल्ली में हुआ शिवाजी के वंशज का अपमान : संजय राउत
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शिवसेना सांसद संजय राउत (sanjay raut) ने शिवाजी महाराज के वंशज सांसद उदयन राजे भोसले (udayan raje bhosale) का अपमान करने का आरोप लगाया है। साथ ही इस पर BJP पर तंज कसते हुए कहा, यह शिवाजी के वंशजों का अपमान है या नहीं, इसका प्रमाण पत्र किसे देना पड़ेगा। दरअसल भाजपा के राज्यसभा सांसद उदयन राजे भोसले द्वारा शपथ ग्रहण समारोह के दौरान 'जय भवानी, जय शिवाजी' की घोषणा करने के बाद उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (venkaiya naydu) ने नाराजगी व्यक्त करते हुए उनसे नारे नहीं लगाने की हिदायत दी। जिसके बाद से इसे शिवाजी महाराज का और उनके वंशजों का अपमान के तौर पर देखा जा रहा है।

हुआ यह कि भाजपा के राज्यसभा सांसद उदयन राजे भोसले ने बुधवार को राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। शपथ लेने के बाद, उदयन राजे ने 'जय हिंद, जय महाराष्ट्र, जय भवानी, जय शिवाजी' का उदघोष किया।

लेकिन इस उदघोष पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आपत्ति जताई और कहा कि, 'यह राज्य सभा हॉल नहीं, बल्कि मेरा हॉल है।  हॉल में चिल्लाओ मत।  सदन में घोषणाओं की अनुमति नहीं है।  शपथ लेते समय कोई घोषणा न करें, यह रिकॉर्ड नहीं किया जाएग।

इसके बाद इस मुद्दे को लेकर शिवसेना (shiv sena) बीजेपी पर अप्रत्यक्ष रूप से आक्रामक हो गई। संजय राउत ने इसे शिवाजी के वंशजों का अपमान बताते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर इस संबंध में सवाल उठाया।

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उन्होंने लिख की लिखा कि, शिवाजी महाराज के वंशज का दिल्ली में अपमान हुआ है कि इसे कौन प्रमाणित करेगा? भाजपा ने इस मुद्दे पर मौन साधा है और संभाजी भिड़े की ओर से सांगली-सतारा बंद की कोई घोषणा भी नहीं की गई है।

राउत ने अपने ट्वीट में संभाजी भिड़े का भी जिक्र किया तो शिव प्रतिष्ठान की तरफ से राउत को जवाब दिया गया।

उनकी तरफ से कहा गया कि, राउत को यह भी नहीं पता कि सतारा लॉकडाउन के कारण पहले से ही बंद है?  देश के किसी भी कोने में छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम लेने के लिए किसी की अनुमति की आवश्यकता नहीं है।  जब देवेंद्र फड़नवीस मुख्यमंत्री हैं, तब भी हमने उदयन राजे के लिए आंदोलन किया है।  हम हमेशा उदयन राजे के साथ हैं।

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