मुंबई - वार्षिक जमाखर्च का हिसाब-किताब अभी अप्रैल से मार्च के दौरान किया जाता रहा है। इसे वित्तीय वर्ष भी कहा जाता है लेकिन महाराष्ट्र सरकार इसे बदल सकती है। राज्य के वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डी. के. जैन, मुख्य सचिव वी गिरीराज और सचिव मिता लोचन ने विश्व के 29 देश और 50 अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का वार्षिक वित्त का सर्वेक्षण किया। जिसके बाद इस रिपोर्ट को राज्य के वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार को सौपा। इस रिपोर्ट में 1 जनवरी से वित्त वर्ष की शुरुआत करने की सिफारिश की गई है।