राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और टाटा समूह के प्रमुख रतन टाटा ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में मंच साझा किया। शुक्रवार को कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत ने कहा की 'धर्म' का मतलब सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं है बल्कि एक सामाजिक कर्तव्य भी है और शासक 'राज धर्म' की बात करते हैं।
दिवंगत आरएसएस नेता नाना पालकर की जन्मशताब्दी वर्ष
भागवत यहां दिवंगत आरएसएस नेता नाना पालकर की जन्मशताब्दी वर्ष और नाना पालकर स्मृति समिति सुवर्ण महोत्सवी वर्ष सांगता समारोह के मौके पर रखे गए एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। टाटा इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थे। इस मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा की नाना पालकर ने बिना किसी तकनीक के उस समय में लोगों के लिए कई कार्य किये, आज भी उनके द्वारा किये कार्यों ने लोगों के दिलो में जगह बना ली है।
नाना पालकर स्मृति समिति एक संस्था है जो मरीजों के लिए काम करती है और उसने मोहन भागवत और रतन टाटा को इस कार्यक्रम में बुलाया था। संघ के पूर्णकालिक प्रचारक रहे नारायण हरि पालकर उर्फ नाना पालकर की स्मृति में इस सेवा सदन की स्थापना 1968 में की गई थी।
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