महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण मुद्दे के संदर्भ में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के एक वायरल वीडियो के बाद अब मख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस मामले मे अपना मे अपना पक्ष रखा है। मुख्यमंत्री ने इस मामले मे एक ट्विट किया है जिसमे उन्होने कहा है की वीडियो क्लिप को गलत तरीके से संपादित किया गया है (very mischievous to edit and circulate the conversation video on social media says CM Eknath shinde)
मराठा आरक्षणविषयक सर्वपक्षीय बैठकीनंतर सह्याद्री अतिथिगृह येथे पत्रकार परिषदेपूर्वी आपला आणि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार यांचा माईकवरील संवाद ‘सोशल मीडीया’वरून चुकीच्या पध्दतीने संपादित करुन फिरविणे अत्यंत खोडसाळपणाचे आहे.
मराठा आरक्षणाबाबत सरकार सुरुवातीपासून…— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) September 13, 2023
मुख्यमंत्री ने ट्विट मे कहा की " मराठा आरक्षण पर सर्वदलीय बैठक के बाद सह्याद्रि गेस्ट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले आपके और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस, अजित पवार के बीच माइक्रोफोन पर हुई बातचीत को 'सोशल मीडिया' से गलत तरीके से संपादित कर प्रसारित करना बेहद शरारतपूर्ण है।मराठा आरक्षण को लेकर सरकार शुरू से ही संवेदनशील रही है और सरकार कानून के दायरे में रहकर आरक्षण देने को प्राथमिकता के तौर पर काम कर रही है, साथ ही मराठा आरक्षण को लेकर पहली बार ऐसे सभी दलों के नेताओं को एक साथ बुलाया गया है और सहमति बनी है, यह बहुत ही निंदनीय है कि जब सरकार ने इतना अच्छा रुख अपनाया है, तो कुछ विरोधी जानबूझकर शरारतपूर्ण तरीके से लोगों के मन में गलत धारणाएं फैलाने के लिए वीडियो क्लिप को गलत तरीके से संपादित कर रहे हैं। इन संस्थाओं ने एक-दूसरे के साथ हमारी बातचीत को बाधित और संपादित करके जानबूझकर निंदनीय कार्य किया है। एक तरफ सरकार इस संवेदनशील मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाते हुए फैसला ले रही है. ऐसी पृष्ठभूमि में सोशल मीडिया के माध्यम से समाज में गलतफहमी पैदा करने के कृत्य की जितनी निंदा की जाए कम है"
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