69वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पूरे देश में तिरंगा फहराया जा रहा है। दिल्ली के साथ साथ अलग अलग राज्यों की राजधानियों में भी अलग अलग झांकियां निकाली जा रही है। लेकिन क्या आपको पता ही की 26 जनवरी को सिर्फ गणतंत्र दिवस ही नही बल्की स्वतंत्रता दिवस भी मनाया जाता था। आज़ादी के पहले 26 जनवरी स्वतंत्रता दिवस अथवा पूर्ण स्वराज्य दिवस के रूप में मनाया जाता था।
1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ब्रिटिश सत्ता से पूर्ण स्वराज्य यानी पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करने का संकल्प लिया था। जिसके कारण इस दिन को स्वतंत्रता दिवस अथवा पूर्ण स्वराज्य दिवस के रूप में मनाया जाता था। हालांकी की 15 अगस्त को आजादी मिलने के बाद 26 जनवरी की जगह 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाने लगा।
आजादी के लिए 15 अगस्त का ही दिन क्यों ?
लार्ड माउंटबेटन ने ही निजी तौर पर भारत की स्वतंत्रता के लिए 15 अगस्त का दिन तय किया क्योंकि इस दिन को वे अपने कार्यकाल के लिए बेहद सौभाग्यशाली मानते थे। इसके पीछे खास वजह थी। असल में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 1945 में 15 अगस्त के ही दिन जापान की सेना ने उनकी अगुवाई में ब्रिटेन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। और इसी कारण उन्होने भारत की आजादी के लिए यह दिन चूना
संविधान लिखनें में लगे 2 साल 11 माह और 18 दिन
भारतीय संविधान लिखने में 2 साल 11 माह और 18 दिन का समय लगा। डॉ. भीमराव आम्बेडकर ने ड्राफ्टिंग कमेटी का नेतृत्व किया। भारतीय संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है, जिसमें 444 अनुच्छेद 22 भागों व 12 अनुसूचियों में बांटा गया था। इसमें 118 संशोधन हो चुके हैं। ‘जन गण मन’ को संविधान सभा ने 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया।
गूगल ने बनाया डूडल
गूगल ने भारत के 69वें गणतंत्र दिवस पर डूडल बनाकर इस दिवस को याद किया। गूगल के डूडल में विभिन्न राज्यों के जीवंत रंगों और उनकी सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाया गया है।