Advertisement

रेलवे की सराहनीय पहल, गरदुल्लों को नशा मुक्त कर किया जाएगा पुनर्वसन

मुंबई उपनगरीय रेलवे द्वारा इन गरदुल्लों का पुुनर्ववसन करने का निर्णय लिया गया है और रेलवे पुलिस ने इस संबंध में प्रयास शुरू कर दिए हैं।

रेलवे की सराहनीय पहल, गरदुल्लों को नशा मुक्त कर किया जाएगा पुनर्वसन
SHARES

रेलवे यात्रियों (railway passengers) और रेलवे (railway) के लिए सिरदर्द बन चुके आवारा नशेड़ी गरदुल्लों (drug addicted) को रेलवे ने अब सुधारने का निर्णय लिया है। इन गरदुल्लों को रेलवे नशामुक्त केंद्र (rehab center) की सहायता से नशा छुड़ाने और फिर इनका पुनर्वसन करने का निर्णय रेलवे की तरफ से किया गया है।

इस संबंध में रेलवे की तरफ से एक प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है। रेलवे पुलिस राज्य सरकार से मदद लेने की भी कोशिश कर रही है। सेंट्रल रेलवे में CSMT से लेकर भायखला (byculla) और कुर्ला (kurla) से लेकर घाटकोपर (ghatkopar) तो ठाणे (Thane) से लेकर कल्याण (kalyan) तक और पश्चिम रेलवे (central railway) में चर्चगेट (churchgate) से लेकर मुंबई सेंट्रल (mumbai central), दादर (dadar) से खार, फिर अंधेरी (andheri) से बोरीवली (boriwali) के बीच, कभी फ्लाईओवर (fly over) के नीचे, कभी पैदल पुल (fob) के नीचे तो कभी-कभी रात में, वे लोकल ट्रेनों (local train) में घुस कर नशा करते पाए जाते हैं। और गंदगी फैलाते हैं।

इसके अलावा यात्रियों के साथ मारपीट करने की घटनाएं अक्सर सामने आती हैं। जिसके बाद रेलवे इन गरदुल्लों के खिलाफ अपराध दर्ज किए जाते हैं। मुंबई उपनगरीय रेलवे द्वारा इन गरदुल्लों का पुुनर्ववसन करने का निर्णय लिया गया है और रेलवे पुलिस ने इस संबंध में प्रयास शुरू कर दिए हैं।

बताया जाता है कि इसके लिए केवल एक प्रस्ताव भी तैयार किया गया है और इसे मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेजा गया है। इसके अलावा, यह मांग की गई है कि सरकार को इस कार्य के लिए निधि उपलब्ध करा कर रेलवे की मदद करनी चाहिए।

कुछ सामाजिक संगठनों ने भी इन गरदुल्लों के पुनर्वास में मदद के लिए कदम उठाने की तत्परता व्यक्त की है। इन संगठनों की मदद से गरदुल्लों को नशाखोरी से दूर रखने की कोशिश की जाएगी। लेकिन उस समय, यह ध्यान रखना जरुरी होगा कि उनके द्वारा कोई अपराध नहीं किया जा सके।

रेलवे की तरफ से करीब 500 गरदुल्लों की सूची तैयार की गई है। इन गरदुल्लों के पुनर्वास के लिए 2 से 3 संगठनों के साथ चर्चा भी शुरू हो गई है और जानकारी सामने आ रही है कि कम से कम समय में अधिक से अधिक गरदुल्लों के पुनर्वास की योजना बनाई जा सके।

Read this story in मराठी or English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें