रेलवे स्टेशन पर टिकट निकालने के लिए लगाये गये एटीवीएम मशीन और सीवीएम कूपन अब यात्रियों के लिए सिरदर्द तो रेलवे के लिए कबाड़ बन गये हैं। मुंबई लाइव ने एक रीयल्टी चेक किया और यह जानने की कोशिश की कि यह एटीवीएम मशीन यात्रियों के लिए कितना जरुरी और सुविधाजनक हैं।
अपने रीयल्टी चेक में मुंबई लाइव ने पाया कि अधिकांश रेलवे स्टेशन में लगाये गये एटीवीएम मशीन ख़राब पड़े हैं और जो चल भी रहे हैं तो उनमे टिकट निकालने के लिए यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है।
पश्चिम रेलवे में कितने एटीवीएम मशीन बंद हैं और कितने चालू देखिये आंकड़े में...
स्थानकं | कुल मशीनों की संख्या | चालू मशीन | बंद मशीन |
चर्चगेट | 4 | 4 | 0 |
मरीन लाईन्स | 3 | 1 | 2 |
चर्नी रोड | 5 | 1 | 4 |
ग्रांट रोड | 5 | 2 | 3 |
मुंबई सेंट्रल | 6 | 4 | 2 |
लोअर परेल | 2 | 1 | 1 |
एल्फिन्स्टन | 3 | 2 | 1 |
मस्जिद | 4 | 2 | 2 |
सॅण्डहर्स्ट रोड | 3 | 2 | 1 |
भायखला | 5 | 3 | 2 |
चिंचपोकली | 6 | 2 | 4 |
करी रोड | 3 | 0 | 3 |
परेल | 6 | 3 | 3 |
रेलवे ने इन मशीनों को यात्रियों की सुविधा के लिए लगाया था। यात्रियों को लम्बी लम्बी लाइन से छुटकारा मिल जाएगा और उनका समय भी बचेगा। कई यात्री समय और लंबी लाइन से बचने के लिए भी एटीवीएम मशीन का रुख करते हैं।
लेकिन अधिकांश स्टेशनों में इन मशीनों की रखरखाव और उपेक्षा के चलते यह मशीन अब ख़राब हो गये हैं और भंगार की शक्ल में बदलते जा रहे हैं।