लंबे समय से आर्थिक परेशानी झेल रही मुंबई की दूसरी लाइफ लाइन यानी बेस्ट को वित्तीय संकट से बाहर निकालने के लिए बीएमसी उसे हर महीने 100 करोड़ रुपये देगी। नगर निगम के गुट नेता और नगर निगम आयुक्त के बीच हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बेस्ट के कर्मचारियों के लिए यह एक बहुत बड़ी राहत भरी खबर है जो अपने वेतन का इन्तजार कई महीने से कर रहे हैं।
कमिश्नर का रुख सकारात्मक
बताया जाता है कि इस बैठक में बेस्ट प्रशासन ने मुख्य रूप से नगरपालिका के बजट में बेस्ट के विलय होने के मुद्दे पर चर्चा की गयी। बैठक के बाद महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर ने बताया कि नवनियुक्त आयुक्त प्रवीण परदेशी का रुख सकारात्मक देखने को मिला।
लग सकता है 7 से 8 महीने का समय
संभावना जताई जा रही है कि बेस्ट के बजट और बीएमसी के बजट का विलीनीकरण होने में 7 से 8 महीने का समय लग सकता है। तय किया गया है कि तब तक बेस्ट के कर्मचारियों के वेतन के लिए, नई बस खरीद और बेस्ट के आधुनिकीकरण के लिए प्रति माह 100 करोड़ रुपये देने पड़ेंगे।
होगी एक और बैठक
इस बारे में एक और बार चर्चा होने के लिए अगले महीने में बीएमसी कमिश्नर और गुट नेताओं के बीच एक और बैठक बुलाई गई है। समझा जाता है कि इस बैठक में इस निर्णय के कार्यान्वयन की तारीख तय की जाएगी।