प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्तवकाक्षी योजना बुलेट ट्रेन पर इन दिनों काम काफी तेजी से चल रहा है। हालांकी अभी तक इस का काफी सारा काम बाकी है और इस कार्स को 2022 तक पूरा करना है। भारत और जापान के विशेषज्ञों ने सर्वेक्षण का काम शुरू कर दिया है। और इसके साथ ही मुंबई-अहमदाबाद रेल कॉरिडोर के 7 किलोमीटर लंबे समुद्र के नीचे के मार्ग की ड्रिलिंग का काम शुरू हो गया है।
राज ठाकरे के निशाने पर क्यो है बुलेट ट्रेन ?
बुलेट ट्रेन के लिए भारत में जापान से खासतौर पर एक समझौता किया है जिसमें जापान ने भारत को बिना ब्याज के या यू कहे बहुत ही कम ब्याज पर कर्जा दिया है। परियोजना के पूरा होने पर अहमदाबाद से मुंबई की यात्रा बहुत कम समय में पूरी की जा सकेगा। फिलहाल इसमें छह-सात घंटे लगते हैं, जो बूलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद 2से 3 घंटे का हो जाएगा।
मुंबई के गावठाण और कोलीवाड़ा की भी होगा डीपी में समावेश !
ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। बुलेट ट्रेन साबरमती से मुंबई तक पहुंचेगी और इसके लिए दो लाइनें बिछाई जाएगी। साबरमती , के बाद यह अहमदाबाद, आणंद/ नादिया, वडोदरा, भरच, सूरत, बिलीमोरा, वापी, वोइसर, विरार और ठाणे स्टेशन होते हुए मुंबई पहुंचेगी।