मध्य रेलवे (central railway) टिकट रहित और अनियमित यात्रा पर अंकुश लगाने के लिए सभी मंडलों में उपनगरीय, मेल एक्सप्रेस, यात्री सेवाओं और विशेष ट्रेनों में गहन टिकट जांच कर रहा है। बिना टिकट यात्रा व इस तरह की अन्य अनियमितताओं से होने वाले राजस्व नुकसान पर वरिष्ठ अधिकारी कड़ी नजर रखे हुए हैं।
वित्त वर्ष 2022-23 (अप्रैल से सितंबर 2022) की पहली छमाही के दौरान, पिछले वर्ष की इसी अवधि में 12.47 लाख मामलों की तुलना में टिकट रहित/अनियमित यात्रा और बिना बुक किए सामान के कुल 24.58 लाख मामलों का पता चला था, जिससे इसमें वृद्धि हुई है। सितंबर 2022 के महीने में, अनियमित/टिकट रहित और बिना बुक किए सामान के 3.29 लाख मामलों से टिकट जांच राजस्व 19.90 करोड़ था।
इस तरह की बिना टिकट/अनियमित यात्रा से अप्रैल-सितंबर 2022 की अवधि के लिए ₹163.27 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान दर्ज किए गए ₹71.26 करोड़ के राजस्व में 129.12% की वृद्धि हुई थी। 1405 हैंडहेल्ड टर्मिनलों का उपयोग अब मध्य रेलवे के टिकट चेकिंग स्टाफ द्वारा किया जा रहा है।
मध्य रेलवे यात्रियों से अपील करता है कि असुविधा से बचने और गरिमा के साथ यात्रा करने के लिए उचित और वैध रेलवे टिकट के साथ यात्रा करें।
यह भी पढ़े- बांद्रा-वर्ली सी लिंक हादसा मामले में एक गिरफ्तार