आर्थिक तंगी की वजह से बंद पड़ी जेट एयरवेज को खरीदने के लिए डार्विन ग्रुप ने 14 करोड़ रुपए का ऑफर स्टेट बैंक को दिया है। डार्विन ग्रुप के उच्च अधिकारियों ने बुधवार को स्टेट बैंक के अधिकारियों से इस बाबत मुलाकात की।
होगा वन टाइम सेटलमेंट
डार्विन ग्रुप के सीईओ राहुल गनपुले के अनुसार 14 हजार करोड़ रुपये में जेट की सभी देनदारियों के निपटारा करने की पेशकश की गई है। यह वन टाइम सेटलमेंट होगा और इसके बाद जेट एयरवेज की सभी पुरानी देनदारियां समाप्त हो जाएंगी। उन्होंने आगे कहा कि कंपनी इस अधिग्रहण के लिए पूरी राशि का इंतजाम आंतरिक स्रोतों से करेगी।
कई कंपनियों भी शॉर्टलिस्ट
सूत्रों के अनुसार एसबीआइ ने डार्विन से पूंजी के सोर्स का विवरण मांगा है। यही नहीं कंपनी इस अधिग्रहण में साथ आने के लिए एतिहाद एयरवेज से भी बात कर रही है। जेट एयरवेज के लिए शुरुआती बोली मिलने के बाद प्राइवेट इक्विटी कंपनियों इंडिगो पार्टनर्स और टीपीजी, एतिहाद एयरवेज और सॉवरेन फंड एनआइआइएफ जैसी कंपनियों को भी शॉर्टलिस्ट किया गया था।
आपको बता दें कि डार्विन ने ऑयल एंड गैस, आतिथ्य और रियल्टी सहित कई क्षेत्रों में भी उसने निवेश किया है।
जेट की हालत बद से बदतर
गौरतलब है कि जेट की सेवा 17 अप्रैल से ही बंद पड़ी है. इसके परिणामस्वरुप जेट के लगभग 22 हजार कर्मचारी सड़क पर आ गये हैं। पिछले 3 महीने से जेट के कर्मचारीयों को उनका वेतन नहीं मिला है। कर्मचारी आये दिन दिल्ली और मुंबई में हड़ताल करते नजर आते हैं। जेट के सीईओ और डिप्टी सीइओ सहित चार अधिकारियों द्वारा इस्तीफा देने के बाद जेट के शेयर्स में 5 फीसदी तक गिरावट आई।