रेलवे सीनियर सिटीजन को किराए में छूट भी देता है और प्राथमिकता देते हुए उनकी टिकट पहले कन्फर्म भी करता है, लेकिन कुछ लोग इसी छुट का अब गलत फायदा उठा रहे हैं। रेलवे पुलिस ने ऐसे 111 लोगों पर कर्रवाई किया है जिन्होंने फर्जी पहचान पत्र बना कर रेलवे टिकट पर अपनी उम्र बढ़ा कर दिखा पाएं ताकि उन्हें भी किराये में छूट मिल सके और उनका टिकट कन्फर्म हो जाए। ऐसे लोगों से रेलवे अब तक 1 लाख से अधिक जुर्माना भी वसूल चुका है।
रेलवे 58 वर्ष से अधिक आयु की महिला यात्रियों और 60 वर्ष से ऊपर के पुरुष यात्रियों को ट्रेन यात्रा के किराए पर 50% की छूट देता है। इसके लिए वरिष्ठ नागरिकों को पहचान पत्र ले जाना अनिवार्य होता है जो यात्रा के दौरान टिकट निरीक्षक को दिखाना होता है। लेकिन टिकट चेक करने के दौरान टिकट निरीक्षक को पता चला कि जो यात्री छूट पर यात्रा करते मिले दरअसल उन्होंने नकली पहचान पत्र के जरिये टिकट निकलवाया था। कड़ाई से पूछताछ करने पर पता चला कि कई यात्री वरिष्ठ नागरिक नहीं हैं, बल्कि छूट पाने के लिए अवैध रूप से फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं।
मध्य रेलवे ने फर्जी रुप से बनाए गये 40 पहचान पत्रों को जब्त किया है। साथ ही ऐसे यात्रियों को भी पकड़ा है जो दूसरे यात्रियों के नाम पर यात्रा कर रहे थे। रेलवे ने ऐसे कुल 259 यात्रियों पर कार्रवाई की है, रेलवे ने ऐसे यात्रियों से लगभग सवा 2 लाख रुपए जुर्माने के रूप में वसूल किया।