पुणे-मुंबई रूट(Pune Mumbai) पर ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। कोरोना काल में बंद की गई डेक्कन एक्सप्रेस (Deccan express) 26 जून से परिचालन फिर से शुरू करेगी। उसे विस्ताडोम में जोड़ा जाएगा। 'विस्टाडॉम' एक छत वाला एक बॉक्स होगा जो अधिकतर पारदर्शी होता है और इसमें विभिन्न सुविधाएं होती हैं।
पुणे से मुंबई तक की रेलवे लाइन अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ लोनावला-खंडाला (Lonavala khanadala) से होकर गुजरती है। बरसात के मौसम में यहां की हरियाली और झरनों के झरने इस मार्ग पर प्रकृति की सुंदरता में चार चांद लगा देते हैं। हालांकि पर्यटन स्थलों पर फिलहाल प्रतिबंध लगा हुआ है, लेकिन यात्रा के जरिए आप इस प्रकृति को देख पाएंगे।
26 जून से मुंबई-पुणे डेक्कन एक्सप्रेस छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CST) से सुबह 7 बजे निकलेगी और 11.05 बजे पुणे स्टेशन पहुंचेगी। यह ट्रेन रोजाना दोपहर 3.15 बजे पुणे से रवाना होगी और शाम 7.05 बजे मुंबई पहुंचेगी। यात्रियों को यात्रा के साथ-साथ क्षेत्र की प्रकृति का पूरा आनंद लेने की दृष्टि से रेलवे विस्टाडॉम कोच की अवधारणा लेकर आया है। फिलहाल मुंबई-मडगांव जनशताब्दी एक्सप्रेस में ऐसा कोच जोड़ा जा रहा है। वहां से यात्रियों को कोंकण और गोवा तक प्रकृति का अनुभव मिलता है।
पुणे-मुंबई (pune mumbai) यात्रा में लोनावला और खंडाला के खूबसूरत परिवेश शामिल हैं। बरसात के मौसम में गिरते झरनों को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। यात्री यह अनुभव कार से प्राप्त कर सकते हैं। इसी तरह, आप रास्ते में सुरंगों के माध्यम से उल्हास नदी, सोनीगीर पहाड़ी, नेरल के पास माथेरान पहाड़ी जैसे दर्शनीय स्थलों के साथ यात्रा का आनंद ले सकेंगे।
ट्रेन दादर, ठाणे, कल्याण, नेरल, लोनावला, तालेगांव, खड़की और शिवाजीनगर में रुकेगी। इसमें विस्टाडॉम कोच के साथ 3 वातानुकूलित चेयर कार, 10 द्वितीय श्रेणी के कोच होंगे। सेंट्रल रेलवे ने जानकारी दी है कि ट्रेन का रिजर्वेशन 24 जून से शुरू होगा।
डिब्बे की विशेषताएं
विस्टाडॉम कोचों की कांच की खिड़कियां सामान्य डिब्बों की खिड़कियों से बड़ी होती हैं।
छत में कांच की खिड़कियां भी हैं।
चारों तरफ प्रकृति को देखने के लिए गैलरी की व्यवस्था।
आरामदायक और नब्बे डिग्री घूमने वाली सीटें।
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