संभावना है कि राज्य परिवहन निगम के बेड़े से शिवशाही का सफर अब खत्म हो जायेगा। बढ़ती दुर्घटनाओं के मद्देनजर एसटी प्रशासन शिवशाही बस सेवा बंद करने का निर्णय ले सकता है। शिवशाही बसों में तकनीकी खराबी पाए जाने पर प्रशासन बड़ा और अहम फैसला ले सकता है। (The Shivshahi bus in the ST fleet is now likely to be discontinued)
शिवशाही बस के आंतरिक और बाहरी डिजाइन में आवश्यक बदलाव किए जाएंगे और इसे एक साधारण यानी 'लालपरी' बस में परिवर्तित किए जाने की संभावना है। हाल ही में गोंदिया में शिवशाही बस दुर्घटना में 11 यात्रियों की मौत हो गई थी। शिवशाही बस पहले भी दुर्घटनाग्रस्त हो चुकी है।
शिवशाही बस के हादसों को देखते हुए यह बात सामने आई है कि इसमें तकनीकी खराबी है। बार-बार शिकायतों के कारण, एसटी प्रशासन के यातायात विभाग ने शिवशाही को सेवा से हटाने का प्रस्ताव दिया। अनुमान है कि शिवशाही का सफर अगले कुछ महीनों में खत्म हो जाएगा।
वर्तमान में, एसटी निगम के बेड़े में कुल 892 शिवशाही बसें हैं। इनमें से 500 बसें चल रही हैं और शेष 392 बसें विभिन्न कारणों से वर्कशॉप में आ गई हैं। शिवशाही बसें एसी बसें थीं। लेकिन अब इसे लाल रंग में बदलने के लिए एयर कंडीशनिंग सिस्टम को हटाया जाएगा और कुछ जरूरी बदलाव किए जाएंगे। शिवशाही को साधारण बस में तब्दील किया जाएगा।
इस बीच 10 जून 2017 को पहली बार मुंबई-राजगिरी रूट पर शिवशाही बस चली। शिवशाही बस की शुरुआत तत्कालीन परिवहन मंत्री और एसटी निगम के अध्यक्ष दिवाकर रावते की संकल्पना से की गई थी।
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