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एक साल में देश से सभी टोल नाका को हटाएंगे: नितिन गडकरी

गडकरी लोकसभा में उत्तर प्रदेश के अमरोहा सीट से बसपा सांसद कुंवर दानिश अली के द्वारा उठाये गए टोल के मुद्दे पर जवाब दे रहे थे।

एक साल में देश से सभी टोल नाका को हटाएंगे: नितिन गडकरी
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केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (nitin gadkari) ने घोषणा की है कि अगले एक साल के भीतर देश के सभी टोल प्लाजा (toll plaza) हटा दिए जाएंगे। नितिन गडकरी ने लोकसभा को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। गडकरी लोकसभा में उत्तर प्रदेश के अमरोहा सीट से बसपा सांसद कुंवर दानिश अली के द्वारा उठाये गए टोल के मुद्दे पर जवाब दे रहे थे।

नितिन गडकरी ने टोल नाका को हटाने के मुद्दे पर भी यूपीए सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना भी साधा। उन्होंने कहा कि, 'टोल प्लाजा के माध्यम से सिर्फ मलाई खाने के लिए देश भर में टोल प्लाजा स्थापित किए गए हैं। इस प्रणाली को उखाड़ने के लिए, मैं सदन को सूचित करना चाहूंगा कि अगले एक वर्ष में देश के सभी टोल प्लाजा को हटा दिया जाएगा और जीपीएस पर आधारित टोल संग्रह प्रणाली लागू की जाएगी। उन्होने कहा, टोल नाका को हटाने का मतलब टोल लेना बंद करना नहीं बल्कि टोल नाका को हटाना है।'

गडकरी ने आगे बताया, 'जीपीएस से ली गई तस्वीरों के माध्यम से टोल एकत्र किया जाएगा। जिसकेे परिणामस्वरूप तकनीकी की मदद से जो जिस सड़क पर चैलगा उसे वहां टोल वसूला जाएगा। अगर इन सभी टोल प्लाजा को अभी हटा दिया जाता है, तो सड़क निर्माण कंपनी तत्काल मुआवजे की मांग करेगी, लेकिन सरकार की योजना अगले एक साल में देश के सभी टोल प्लाजा को हटाने की है।'

महाराष्ट्र के इस नेता ने कहा, 'केवल इतना ही नहीं, बल्कि मैंने पुलिस को भी ऐसे वाहनों की जांच करने का भी आदेश दिया है जो फास्टटैग के माध्यम से टोल का भुगतान नहीं करते हैं। अगर वाहनों में फास्टटैग नहीं है, तो टोल और जीएसटी चोरी के मामले दर्ज किए जाएंगे।'

बता दें कि, फास्टैग (fastag) के माध्यम से टोल प्लाजा पर इलेक्ट्रॉनिक भुगतान पेश किए गए हैं। यह सिस्टम 2016 में पेश किया गया था। फास्टैग को 16 फरवरी से अनिवार्य कर दिया गया है। इसलिए अगर कोई फास्टैग नहीं लगाता है, तो वाहनों को डबल टोल चुकाना होगा।

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