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लोअर परेल के डिलाइल पूल को तोड़ने का काम हुआ शुरू


लोअर परेल के डिलाइल पूल को तोड़ने का काम हुआ शुरू
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वाहनों के लिए बंद किए गए लोअर परेल के डिलाइड ब्रिज को तोड़ने का काम शनिवार यानी 18 अगस्त से शुरू हो गया है। आपको बता दें कि अंधेरी में गोखले पूल गिरने के बाद रेलवे में कई ब्रिजो के मरम्मत और जांच के कार्यों का आदेश दिया था। इस आदेश के बाद आईआईटी मुंबई, बीएमसी और रेलवे ने मुंबई के 445 पूलों का स्ट्रकचरल ऑडीट शुरु किया था। 17 जुलाई 2018 को आईआईटी मुंबई ने अपनी एक रिपोर्ट पेश की, जिसमें लोअर परेल के पूल को वाहनों के लिए खतरनाक बताते हुए इसे तुरंत बंद करने की सलाह दी गई। इसके बाद इसे पिछले महीने 24 जुलाई को ही बंद कर दिया गया था।


 
तीन महीने लगेंगे तोड़ने में 
रेलवे ने बताया कि इस ब्रिज को तोड़ने का यह काम पहले चरण का काम है जो शुरू हो गया है और इसे तोड़ने में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा। इस ब्रिज के नीचे से ट्रेनों का आवागमन होता है। इसीलिए इसे तोड़ने का काम मुख्यतः ब्लॉक वाले दिन ही किये जाने की संभावना है।

यात्रियों को हो रही है परेशानी 
रेलवे ने इस ब्रिज को तोड़ने के लिए एक कंपनी को 7.22 करोड़ रूपये का ठेका दिया है। इस ब्रिज पर लगे टाइल्स और पत्थरों को निकाल लिया गया है और इसे सावधानी पूर्वक तोड़ने का काम जारी है।इस ब्रिज के बंद होने से प्रभादेवी और लोअर परेल आने जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पीक ऑवर में यात्रियों की भीड़ लग जाती है। हालांकि रेलवे ने वैकल्पिक व्यवस्था की है लेकिन लोगों को अब घूम कर जाना पड़ता है।

गौरतलब है कि लोअर परेल का यह पुल 1921 में बनाया गया था। इसकी लंबाई 62.72 मीटर है और चौड़ाई 23.20 मीटर है। नतीजतन, आईआईटी द्वारा निरीक्षण के दौरान, पुल बकाफी खराब हो गया था। आईआईटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा की इस पूल को तुरतं मरम्मत की जरुरत है।

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