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धनगर पर 'र' पड़ा भारी...


धनगर पर 'र' पड़ा भारी...
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आजाद मैदान - धनगर समाज एक बार फिर एसटी प्रमाण पत्र की मांग को लेकर आंदोलन में कूंद गया है। धनगड़  समाज पहले से ही पिछड़ा जाति में आता है। पर धनगर को नहीं लिया गया है।  इनकी मांग है कि उन्हें भी पिछड़ा जाति का प्रमाण पत्र मिले। सिर्फ एक शब्द से जाति नहीं बदल सकती है। यह आंदोलन धनगर समाज के नेता हेंमत पाटील के तत्वाधान में आजाद मैदान में हो रहा है।
हेमंत पाटील का कहना है कि राज्य में 1 करोड़ 50 लाख धनगर समाज निवास करते हैं। इस समाज का पारंपारिक व्यवसाय भेड़-बकरी पालन का है। कुछ लोग मजदूरी व खेती करते आ रहे हैं। इस समाज से शिक्षा का बहुत ज्यादा आभाव है। महिलाओं की बात करें तो सिर्फ 2 प्रतिशत शिक्षित हैं। जिसकी वजह से यह समाज आज भी आर्थिक, सामाजिक, राजनैतिक व शिक्षा में दबदबा कायम करने में असफल रहा है।  

 

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