मुलुंड की सड़कों पर जगह जगह उच्च तीव्रता वाले बल्ब लगे हैं। पर सब बेकार, ये महीनों से बंद पड़े हैं। इनकी देख रेख करने वाला कोई नहीं है। इन बल्ब की खासियत है कि ये कम बिजली में ज्यादा प्रकाश देते है। पर जनता तो अंधेरे में ही है। उन्हें कब इन बल्ब का प्रकाश मिलेगा यह एक बड़ा सवाल है?