Advertisement

Exclusive Interview: 'ये दिल आशिकाना' के एक्टर करन नाथ ने इंडस्ट्री की बताई कड़वी सच्चाई

करन नाथ ने इंटरव्यू में कहा, इतने सालों तक मेरा फोन नहीं बजा। लेकिन मैं निराश नहीं हुआ, क्योंकि मेरा नेचर वैसा नहीं है, निराश होने वाला। मैं डिप्रेशन से दूर भागता हूं। मैंने हर चीज को सकारात्मक तरीके से देखा और हार नहीं मानी।

Exclusive Interview: 'ये दिल आशिकाना' के एक्टर करन नाथ ने इंडस्ट्री की बताई कड़वी सच्चाई
SHARES

बॉलीवुड एक्टर करन नाथ (Karan Nath) ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत 1987 में अनिल कपूर के साथ फिल्म 'मिस्टर इंडिया' से एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर की थी। 2002 में फिल्म 'ये दिल आशिकाना' में लीड रोल में नजर आए, इस फिल्म का टाइटल सॉन्ग बेहद पॉपुलर हुआ था। करन को आखिरी बार 2010 में 'तेरा क्या होगा जॉनी' में देखा गया। 10 साल बाद करन ने एक बार फिर 'गन्स ऑफ बनारस' (Guns Of Banaras) फिल्म से बॉलीवुड में वापसी की है। इन 10 सालों में करन ने कई उतार चढ़ाव देखे, जिसका जिक्र उन्होंने मुंबई लाइव को दिए खास इंटरव्यू में किया है।  

किरदार किस तरह का है?

मेरे किरदार का नाम गुड्डू शुक्ला है, जोकि बनारस से हैं। गुड्डू काफी अग्रेसिव हैं, पर जहां अग्रेसन दिखाना है, वहीं दिखाते हैं। अक्सर वे माता-पिता से डांट खाते रहते हैं। उनकी जिंदगी का एक मकसद है, पर इसी बीच कुछ ऐसा होता है कि वे अंडरवर्ल्ड में घुस जाते हैं। फिल्म का प्लॉट बेहद ही इंट्रेस्टिंग है। 

फिल्म को उत्तर प्रदेश में फिल्माया गया है, भाषा-बोली, चाल-ढाल के लिए आपको कितनी मेहनत करनी पड़ी?   

फिल्म के लिए मैं लखनऊ, कानपुर और बनारस घूमा। मैंने वहां के लोगों को ऑब्जर्व किया, उनकी बॉडी लैग्वेज समझी, उनका तौर तरीका क्या है, वह सब सीखा। मुंबई में मेरा जन्म हुआ, यहीं पर पला बढ़ा तो मेरे लिए यह सब सीखना आसान तो नहीं था, पर मैंने सीखा। 

फिल्मों से दूरी बनाने की कोई खास वजह?

मैंने अपने जीवन में हमेशा क्वांटिटी से अधिक क्वालिटी को महत्व दिया है। मैं इंतजार कर रहा था कि मुझे कोई ऐसी ही फिल्म मिले जिसमें मैं गुड्डू शुक्ला जैसा किरदार निभाऊं। मैं भी यही सवाल ऊपर वाले से पूछता हूं कि ऐसा क्यों? यह फिल्म मिलने में इतना समय क्यों लगा? जो वो चाहते थे हमने किया, उन्होंने चाहा हम स्ट्रगल करें, हमने स्ट्रगल किया। धीरज रखा, जो कर सकते थे, सब किया। पर इसे बाद भी मेरा नेचर ऐसा है कि मैं हर चीज के लिए तैयार रहता हूं। 

जब आपके पास फिल्में नहीं आ रही थीं, तो क्या आपको नहीं लगा कि चलो वेब सीरीज में ट्राई करें, क्योंकि आज के समय में डिजिटल काफी अच्छा कर रहा है?

मेरे दिमाग में वेब सीरीज भी थीं, पर मैंने सोचा कि जब 'गन्स ऑफ बनारस' रिलीज होगी, तो लोग मुझे एक अलग तरीके से देखेंगे। मुझे उम्मीद है कि इस फिल्म के रिलीज होने के बाद मुझे दर्शकों और मीडिया से काफी प्यार मिलेगा। यह चीज मुझे और मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगी। 

आपने फिल्मों से एक लंबा ब्रेक लिया है, इंडस्ट्री में इस दौरान आपने क्या बदलाव देेखे? 

इतने सालों तक मेरा फोन नहीं बजा। लेकिन मैं निराश नहीं हुआ, क्योंकि मेरा नेचर वैसा नहीं है, निराश होने वाला। मैं डिप्रेशन से दूर भागता हूं। मैंने हर चीज को सकारात्मक तरीके से देखा और हार नहीं मानी। मुझे अपनी जर्नी से कोई रिग्रेट नहीं है। कई बार जिंदगी में ऐसा होता है कि हम जो चाहते हैं, वैसा नहीं होता है, तो इससे निराश नहीं होना चाहिए। अगर आप ईमानदारी के साथ काम कर रहे हैं तो इस लाइफ में नहीं तो आपको अगली लाइफ में वह जरूर मिलेगा जिसे आप चाहते हैं। 

धर्मेंद्र से मुलाकात कैसी थी, उस बारे में कुछ बताइए?

धरम अंकल बहुत ही प्यारे इंसान हैं। वे हमसे काफी क्लोज हैं। बहुत अच्छा लगा जो उन्होंने प्रेरित करने वाले शब्द कहे। उन्हें फिल्म का ट्रेलर काफी पसंद आया, उन्होंने हमें बधाई दी। जब एक लीजेंड इतनी बड़ी बात कहते हैं, तो आपका पावर और अधिक बढ़ जाता है। 

माधुरी दीक्षित ट्रेलर लॉन्च पर पहुंची, क्या इससे फिल्म को लाभ होगा?

माधुरी जी को हमने ट्रेलर दिखाया था, उन्हें काफी पसंद आया। उन्हें एक्शन फिल्में देखने का बहुत शौख है, उन्होंने 'गुलाब गैंग' में एक्शन किया भी था। इसके पहले उन्होंने कोई ट्रेलर लॉन्च नहीं किया था, पर जब हमें पता चला कि वे ट्रेलर लॉन्च में आ रही हैं, तो हमारी टीम को बेहद खुशी हुई। हम उनके प्यार और सपोर्ट के सदा आभारी रहेंगे।  

यह भी पढ़ें: Guns Of Banaras Review: गोलियों के बीच छिपी है एक खूबसूरत लव स्टोरी


संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें