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Shakuntala Devi Review: फिल्म में मैथ्स से ज्यादा फैमिली ड्रामा

आज यह फिल्म डायरेक्ट OTT प्लेटफॉर्म अमेजॉन प्राइम (Amazon Prime Video) पर रिलीज हो गई है। दर्शकों के भीतर जानने की जिज्ञासा थी कि आखिरकार कोई इंसान, कम्प्यूटर को भी उसकी गलती कैसे गिना सकता है? कोई कम्प्यूटर से भी पहले जवाब कैसे दे सकता है?

Shakuntala Devi Review: फिल्म में मैथ्स से ज्यादा फैमिली ड्रामा
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पिछले साल मई महीने में 'शकुंतला देवी' (Shakuntala Devi) की बायोपिक का अनाउंसमेंट हुआ था, तभी से दर्शक इस 'ह्यूमन कम्पयूटर' पर बनने वाली फिल्म का इंतजार कर रहे थे। आज यह फिल्म डायरेक्ट OTT प्लेटफॉर्म अमेजॉन प्राइम (Amazon Prime Video) पर रिलीज हो गई है। दर्शकों के भीतर जानने की जिज्ञासा थी कि आखिरकार कोई इंसान, कम्प्यूटर को भी उसकी गलती कैसे गिना सकता है? कोई कम्प्यूटर से भी पहले जवाब कैसे दे सकता है? पर अनु मेनन की यह फिल्म दर्शकों की इन उम्मीदों पर खरी नहीं उतरती है, वह इन सवालों के जवाब देने में पूरी तरह से सक्षम नहीं कही जा सकती है।  विद्या बालन (Vidya Balan) की शानदार एक्टिंग के बावजूद भी इस फिल्म में शकुंतला देवी का जीवन अनछुआ सा लगता है। 

शकुंतला देवी (विद्या बालन) का जन्म एक गरीब परिवार में होता है। शकुंतला मैथ्स में जीनियस हैं, इसका पता, माता-पिता को छोटी उम्र में ही लग जाता है। पिता, शकुंतला को अपनी कमाई का जरिया बना लेता है। वह शकुंतला की पढ़ाई-लिखाई करवाने, स्कूल भेजने की बजाय उससे मैथ्स के शो करवाते हैं। यह शकुंतला को रास नहीं आता, वह एक सामान्य जिंदगी जीना चाहती है। पर इस बात को उसके पिता नहीं समझते हैं। इसी बीच परिवार में एक ऐसी घटना घटती है, जो शकुंतला को भीतर से तोड़ देती है। साथ ही उसे प्यार में धोखा भी मिलता है, जिसके बाद वह लंदन चली जाती है। वहां पर स्ट्रगल करती है और बहुत ही कम समय में उसे मैथ्स के शो मिलने लग जाते हैं। देखते ही देखते शकुंतला के पास काफी पैसा आ जाता है। लंदन में शकुंतला को अपनी मां का पत्र मिलता है, जिससे शकुंतला चिढ़ जाती है। वह अपने माता-पिता से नाराज रहते-रहते नफरत करने लग जाती है। लंदन में शकुंतला को करियर के लिए सपोर्ट तो मिलता है, पर प्यार में एक बार फिर धोखा मिलता है। इसके बाद कोलकाता में शकुंतला की पारितोष (जीशु सेनगुप्ता) से शादी हो जाती है। एक बेटी होती है। इसके बाद की कहानी में मां-बेटी की अनबन, खीज और ड्रामा को भर भर कर दिखाया गया है। यहां तक कि शकुंतला पर उनकी ही बेटी अनुप्रिया (सान्या मल्होत्रा) क्रिमनल चार्जेस लगाने के लिए भी तैयार हो जाती है।

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विद्या बालन शकुंतला के किरदार में पूरी तरह से रमी हुई नजर आई हैं। अगर आपने शकुंतला देवी को देखा है, तो विद्या की एक्टिंग आपको कई जगह पर रियल शकुंतला देवी की याद दिलाएगी। इसके साथ ही सान्या मल्होत्रा, अमित साध और जीशू सेनगुप्ता अपने अपने किरदार में फिट बैठे हैं। 

फिल्म में एक्टिंग जोरदार देखने को मिली है, पर फिल्म की कहानी में थोड़ा बदलाव की जरूरत थी। फिल्म का ज्यादातर हिस्सा मां-बेटी के रिश्ते पर बेस्ड है। पर दर्शकों को 'ह्यूमन कम्प्यूटर' में अधिक दिलचस्पी थी। इसलिए इस तरह के दर्शक इस फिल्म से संतुष्ट नहीं होंगे। 

रेटिंग्स:  2.5/5


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