पंजाब और महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) घोटालों के पीड़ितों के लिए राहत देने वाली खबर है। एनसीपी नेता और मंत्री जयंत पाटील ने कहा है कि, सरकार PMC बैंक और महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक (एमएससी) का आपस में विलय कर सकती है। अगर PMC बैंक और महाराष्ट्र स्टेट कोऑपरेटिव बैंक का विलय होता है तो जमाकर्ताओं को जरूर फायदा होगा।
क्या कहा जयंत पाटिल ने?
जयंत पाटिल ने कहा, PMC और राज्य सहकारी बैंकों के अध्यक्षों के साथ मेरी बात हो चुकी है। इस विलय का मकसद पीएमसी के 90 फीसदी पीड़ित डिपॉजिटर्स को राहत देना है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो दोनों बैंक के विलय के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) से भी बात करेगी।
उन्होंने आगे कहा, इस विलय की प्रक्रिया को लगभग डेढ़ महीने का समय लग सकता है और सहकारी बैंकों की स्थिति अच्छी है तो ऐसे में किसी भी प्रकार की अड़चन नहीं आनी चाहिए।
बता दें कि PMC बैंक में हुए 4300 करोड़ रुपये से अधिक घोटाला होने के बाद इसकी जाँच जारी है। लगभग हजारों खाताधारकों के पैसे इस बैंक में फंसे हुए हैं। यही नहीं अब तक इस मामले में आठ ग्राहकों की मौत भी हो चुकी है। इस समय कुछ शर्तों के साथ बैंक ने खाराधारकों को खाते से एक लाख रुपए तक निकालने की छूट दी है।
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