पंजाब और महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) घोटाले के बाद एक के बाद एक कई बैक खाता ग्राहको की मौत की खबरें सामने आ रही है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने बैंक को 23 सितंबर से अपने परिचालन को बंद करने के लिए एक नोटिस जारी किया था। इसके बाद, PMC बैंक खाताधारकों में दहशत का माहौल फैल गया था, जो अपने स्वयं के पैसे वापस नहीं ले पा रहे थे।
मेडिकल बिलों का भुगतान करने में असमर्
बैंक से पैस ना निकालने के कारण पहले ही सात लोगों की जान ले चुका है और हाल ही में 74
वर्षीय एंड्रयू लोबो की ठाणे में उनके आवास पर मृत्यु हो गई। लोबो के पास 26 लाख बैंक में जमा थे और बैंक द्वारा उसकी दिन-प्रतिदिन की जरूरत के लिए दिए गए ब्याज पर निर्भर था। उनके परिवार ने कहा कि वह अपने मेडिकल बिलों का भुगतान करने में असमर्थ थे और इसलिए उनकी मृत्यु हो गई। उनके परिवार ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई)
को बताया कि लोबो को फेफड़ों में संक्रमण था और उन्हें डॉक्टरों से मिलने और नियमित रूप से दवाएँ लेने के लिए जाना पड़ता था।
एंड्रयू लोबो से पहले भारती सदरंगानी,
संजय गुलाटी, निवेदिता बिजलानी,
मुरलीधर धर्रा, फट्टोमल पंजाबी, केशुमलभाई हिंदुजा और कुलदीप कौर विग नाम के खाता धारको ने भी अपनी जान गवां दी है। सोलापुर में रहने वाली भारती की हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई। संजय गुलाटी और निवेदिता बिजलानी,
जो दोनों अंधेरी में रहते थे,
और मुरलीधर धर्रा और मुलुंड कॉलोनी के फट्टोमल पंजाबी,
पिछले कुछ हफ्तों में मर गए थे। जबकि निवेदिता बिजलानी ने आत्महत्या की, अन्य चार की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई।
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