टीकाकरण को कोरोनावायरस (Coronavirus vaccination) को नियंत्रित करने का एक प्रभावी तरीका माना जाता है। इसलिए मुंबई समेत पूरे राज्य में टीकाकरण किया जा रहा है। BMC बार-बार नागरिकों को टीका लगवाने की अपील कर रहा है।
मुंबई के विभिन्न हिस्सों में टीकाकरण किया जा रहा है और नागरिकों को टीका लगाया जा रहा है। हालांकि, चौंकाने वाला तथ्य यह है कि भले ही मुंबई में लंबे समय से टीकाकरण शुरू किया गया हो, लेकिन कई लोगों को अभी तक टीका नहीं लगाया गया है।
राज्य में अब तक 98 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं मिली है। महाराष्ट्र देश में सबसे अधिक टीकाकरण वाला राज्य है। लेकिन, दूसरी ओर, यह स्पष्ट हो गया है कि आबादी का एक बड़ा वर्ग टीकाकरण से दूर रह रहा है।
एक तरफ जहां फ्रंटलाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों को राज्य में बूस्टर डोज मिलने लगे हैं, वहीं यह बात सामने आई है कि महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लेने वाले नागरिकों की संख्या बहुत ज्यादा है।
कोरोना की तीसरी (Coronavirus third wave)लहर में जिन रोगियों को ऑक्सीजन मिली या उन्हें गहन चिकित्सा इकाई में भर्ती होना पड़ा, उनमें से अधिकांश का कोरोना का टीका नहीं लगाया गया था। कुछ ने वैक्सीन की केवल एक खुराक ली है। इसलिए प्रशासन ने एक बार फिर राज्य के सभी नागरिकों का टीकाकरण करने के लिए जोरदार प्रयास शुरू कर दिया है।
हालांकि जिन लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है, वे इस समय कोरोना से संक्रमित हैं, लेकिन उनके लक्षण हल्के होते हैं। हालांकि, गैर-टीकाकरण वाले नागरिकों में बीमारी की गंभीरता अधिक है। ऐसे में कोरोना की वैक्सीन कारगर साबित हुई है।
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