एक तरफ महाराष्ट्र सरकार शिवाजी महाराज के स्मारक पर 36 हजार करोड़ रुपए खर्च कर रही है, तो दूसरी तरफ जो स्मारक पहले ही है उन स्मारकों का अपमान होने की शिकायत वॉचडॉग फाउंडेशन के अध्यक्ष निकोलस अल्मेडा ने की है।
मार्च महीने में विले पार्ले के वेस्टर्न एक्सप्रेस वे पर सरकार की तरफ से छत्रपति शिवाजी महाराज ने शिवजयंती मनाई गई थी। जिसके लिए एक बड़ा स्टेज तैयार किया गया था। शिवजयंती मनाने के बाद वह स्टेज तोड़ दिया गया, लेकिन उसके मलबे को वहीं छोड़ दिया। शिवाजी की मूर्ति के पास ही वह मलबा पड़ा हुआ है।जिसे लेकर शिवाजी महाराज का अनादर करने का आरोप निकोलस अल्मेडा ने महापालिका आयुक्त अजोय मेहता को लिखे पत्र में लगाया है। जिसमें उन्होंने जल्द से जल्द कचरे को हटाने की मांग की है।