टोल का मुद्दा महाराष्ट्र मे गरमाता जा रहा है। जहां एक ओर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने टोल के मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरु कर दिया है तो वही दूसरी ओर अब कांग्रेस ने भी इस मुद्दे पर राजनिती शुरु कर दी है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था की टोल घोटाला सबसे बड़ा घोटाला है और राज्य सरकार को इस बात की जानकारी देनी चाहिए की आखिरकार टोल का पैसा कहां जा रहा है? ( After MNS now Congress also raised questions on Toll issue)
राज ठाकरे के इस आरोप के बाद अब कांग्रेस ने भी टोल से मिलनेवाले पैसो को लेकर सवाल खड़ा किया है। मुंबई कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने मांग की है कि इस बात की जांच की जाए कि आखिर टोल का पैसा कहां जाता है।
राज्याचे उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस यांनी टोल वसुलीत झालेल्या भ्रष्टाचाराचीच कबुली दिली आहे. फडणवीस सत्तेत असताना समजा चारचाकी वाहनांना राज्यातील सगळ्या टोलनाक्यांवर टोल माफ झाला असेल, तर एवढी वर्षं राज्यभरातील लाखो खासगी चारचाकी वाहनचालक-मालक यांच्याकडून टोल घेतला जातो, तो… pic.twitter.com/fB6iojmRVw
क्या कहा कांग्रेस ने
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने सवाल उठाया की ''राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने टोल वसूली में ही भ्रष्टाचार की बात स्वीकार की है, जब देवेन्द्र फड़नवीस सत्ता में थे, तब यदि राज्य के सभी टोल बूथों पर टोल माफ कर दिया गया था, और अगर अभी भी राज्य भर में लाखों निजी चारपहिया वाहन चालकों-मालिकों से टोल वसूला जाता था, तो यह किसकी जेब में जाता है?"
उन्होंने कहा, ''हर दिन टोल से इकट्ठा होने वाली सैकड़ों करोड़ की रकम कहां जाती है? इतना टोल चुकाने के बावजूद राज्य में सड़कों की हालत इतनी खराब क्यों है, राज्य के लोगों को सड़कों, राज्य राजमार्गों पर बुनियादी ढांचे तक पहुंच क्यों नहीं है"
वर्षा गायकवाड ने भी आलोचना करते हुए कहा कि यह पैसा कहां जाता है इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और केंद्र की ईडी-प्रेमी भाजपा सरकार को आम जनता के हित के इस सवाल पर संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
यह भी पढ़े- मुंबई- बीएमसी ने शहर भर से 4,751 अवैध बैनर और पोस्टर हटाए