मुंबईकरो के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर है। बीएमसी के वॉटर टैक्स मे बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रद्द कर दिया है। मुख्यमंत्री के फैसले के बाद अब मुंबईकरो को पानी के लिए अतिरिक्त पैसे नही देने पड़ेंगे। (Big relief for Mumbaikars no increase in water tax this year)
सात जलाशयों तानसा, अपर वैत्राणा, मध्य वैत्राणा, मोदकसागर, भाटसा, विहार और तुलसी से प्रतिदिन मुंबईकरों को 3,950 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति की जाती है। लगभग 150 किलोमीटर की दूरी से लाए गए पानी को शुद्ध करके पाइप लाइन के माध्यम से मुंबई महानगर के हर कोने में पहुंचाया जाता है और मुंबई के नागरिकों को घर पर ही आपूर्ति की जाती है। (Mumbai water supply news)
इस प्रयोजन के लिए, वार्षिक जल शुल्क सभी बुनियादी ढांचे की लागत, रखरखाव और मरम्मत, रॉयल्टी शुल्क, जल शुद्धिकरण और कीटाणुशोधन प्रक्रिया, बिजली लागत, स्थापना लागत आदि की गणना करके निर्धारित किया जाता है। (Mumbai civic news)
इन सभी लागतों को ध्यान में रखते हुए, स्थायी समिति ने 2012 में मुंबईकरों से वसूले जाने वाले जल शुल्क को हर साल अधिकतम 88 प्रतिशत तक बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इस संबंध में नगर निगम प्रशासन को अधिकार दे दिए गए हैं। इस नीति के अनुसार जल अभियांत्रिकी विभाग की ओर से आगामी वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए जल टैरिफ दरों में संशोधन का प्रस्ताव प्रशासनिक स्वीकृति के लिए नगर निगम आयुक्त कार्यालय को भेजा गया था।
हालाँकि, राज्य के माननीय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बृहन्मुंबई नगर निगम के आयुक्त और प्रशासक श्री इकबाल सिंह चहल को निर्देश दिया है कि इस वर्ष बृहन्मुंबई नगर निगम द्वारा जल शुल्क दर में कोई संशोधन नहीं किया जाना चाहिए।
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