बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने दो भूमिगत जल सुरंगों के निर्माण कार्य को फिर से शुरू किया, जिनसे केंद्रीय उपनगरों और शहर के कुछ हिस्सों में जलापूर्ति को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। जहां एक सुरंग चेंबूर से ट्रॉम्बे तक होगी, वहीं दूसरी चेंबूर-वडाला-परेल से चलेगी।
इस परियोजना को पूरा होने में लगभग छह साल लगेंगे, और दोनों सुरंगों के निर्माण की पूरी परियोजना पर 1875 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
5.5 किमी लंबी और 2.5 मीटर चौड़ी चेंबूर से ट्रॉम्बे के बीच की पहली सुरंग चेंबूर के अमर महल में हेडगेवार उदयन के नीचे से गुजरेगी। यह ट्रॉम्बे और चेंबूर , गोवंडी और मानखुर्द क्षेत्र के क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति में सुधार करने में मदद करेगा। इस सुरंग पर 750 करोड़ रुपये खर्च होंगे।इस बीच, चेंबूर-वडाला-परेल सुरंग, 9.7 किमी लंबी और 2.5 मीटर चौड़ी, सायन, माटुंगा और वडाला , परेल, सेवरी और नायगाम के क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति में सुधार करने में मदद करेगी। यह भायखल्ला और कुर्ला के कुछ क्षेत्रों को भी लाभान्वित करेगा।
यह सुरंग उसी स्थान से शुरू होगी, जहां से चेंबूर-ट्रॉम्बे सुरंग शुरू होती है, और सायन में प्रेटेक्ष नगर और परेल में सदाकांत उदयन से होकर गुजरेगी। चेंबूर-वडाला-परेल जल सुरंग का निर्माण 1,125 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा।