बीएमसी ने गुरुवार को पानी के शुल्क में बढ़ोत्तरी कर दी, इससे जल्द ही ग्राहकों को पानी के बिल बढ़े हुए शुल्क के साथ मिलेंगे। हालांकि बीएमसी ने पानी के दामों में मात्र 14 पैसे की ही बढ़ोत्तरी है। लेकिन पानी का टैक्स, मलनिःसारण टैक्स और अन्य टैक्स मिला कर यह बढ़ोत्तरी कुल 51 पैसों की है।अब हर ग्राहक को प्रति हजार लीटर पर 51 पैसों की बढ़ोत्तरी शुल्क के साथ बिल मिलेगा। इस बढ़ोत्तरी को बीएमसी की स्थायी समिति ने मंजूरी दे दी है, 16 जून से बढ़े हुए शुल्क के साथ नया बिल ग्राहकों को मिलने लगेगा।
क्यों बढ़ाया गया बिल?
बीएमसी के जल विभाग, प्रशासकीय खर्च, विद्युत खर्च सहित अन्य खर्चों में होने वाली वृद्धि को देखते हुए बीएमसी ने हर साल पानी के दामों में अधिकतम 8 फीसदी बढ़ोत्तरी करने का निर्णय लिया है जिसे 9 मई 2012 को ही मंजूरी दे दी गयी थी। उसी के मुताबिक हर साल 16 जून को पानी के शुल्क में वृद्धि की जाती है।
ऐसी है पानी के टैक्स की संरचना
इस समय स्लम इलाकों में रहने वाले ग्राहकों को 3.68 रूपये उस पर 70 फीसदी मलनिःसारण टैक्स लगाया जाता है, जो अब 3.82 रूपये पर 70 फीसदी मलनिःसारण टैक्स लगाया जाता है। जबकि बिल्डिंग में रहने वालों को 4.08 रूपये टैक्स लगाया जाता है जो अब 4.23 रूपये पर 70 फीसदी टैक्स लगाया जाता है। इसके अलावा अभी 1 हजार लीटर पानी पर सभी टैक्स को लेकर 13.63 रूपये वसूले जाते हैं, जिसमें अब 14 पैसों की वृद्धि की गयी है और उसमें मसलनिस्सारण टैक्स जोड़ कर 51 पैसे तक की बढ़ोत्तरी की गयी है। अब मुंबईकरों को प्रति हजार लीटर पर 14.14 रूपये चुकाने पड़ेंगे।
हुआ विरोध
बीएमसी के सहायक कमिश्नर संजय मुखर्जी ने बताया कि इस वृद्धि से बीएमसी की तिजोरी में हर साल 41.33 करोड़ रूपये की आय होगी। इस मूल्य वृद्धि को स्थाई समिति ने मंजूरी दे दी लेकिन कांग्रेस के आसिफ जकारिया, एनसीपी की राखी जाधव और सपा के राईस शेख ने इसका विरोध भी किया।
प्रति एक हजार लीटर पर बढे हुए शुल्क
घरेलू ग्राहको के लिए : 3.82 ते 5.09 रुपये
गैर व्यापारिक संस्था के लिए : 20.40 रुपये
व्यावसायिक संस्था : 38.25 रुपये
व्यावसायिक संस्था-इंडस्ट्रियल : 50.99 रुपये
रेसकोर्स व फाइव स्टार हॉटेल : 76.49 रुपये