राज्य के गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल ने कहा की आरे आंदोलन के दौरान जिन लोगों पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था उनपर आनेवाले एक महिने के अंदर सारे मामले वापस लिये जाएंगे। गुरुवार को आरे आंदोलन के कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं और पर्यावरण प्रेमियों ने गृहराज्य मंत्री सतेज पाटिल से मुलाकात की। मुलाकात के बाद सतेज पाटिल ने सभी को आश्वासन दिया की आनेवाले 30 दिनों के अंदर सारी सरकारी कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी और जिन आंदोलनकारियों पर मामले दर्ज किये गये है उन सभी से मामले वापस लिये जाएंगे।
30 दिनों के अंदर #aarey कॉलोनी में विरोध प्रदर्शन करनेवालों पर दर्ज मामले वापस लिए जाएंगे - राज्य गृह मंत्री @satejp pic.twitter.com/3NRQklnKI5
— Mumbai Live (@MumbaiLiveNews) February 27, 2020
मुंबई पुलिस ने 2019 के अक्टूबर में आरे में पेड़ काटने के दौरान पेड़ काटने का विरोध करनेवालों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उच्चतम न्यायालय ने बाद के दिनों में आरे में पेड़ो की कटाई की गतिविधि पर रोक लगाने का आदेश दिया, लेकिन तब तक अधिकारियों द्वारा 2,000 से अधिक पेड़ों को काट दिया गया था।शिवसेना के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार, जिसने पिछले साल 28 नवंबर को कार्यभार संभाला था। महाविकास आघाड़ी की सरकार ने दिसंबर में मेट्रो कार शेड के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की घोषणा की थी।
प्रदर्शनकारियों को गैरकानूनी सभा और हमले या आपराधिक बल से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत इन लोगों को बुक किया गया था।आरे(AAREY)में मेट्रो कारशेड के लिए पेड़ो की कटाई का समर्थन करनेवाली मुंबई मेट्रो रेल कॉरपोरेशन(MMRC) की मैनेजिंग डायरेक्टर अश्विनी भिडे(ASHWINI BHIDE) का तबादला कर दिया गया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे(UDHHAV THACKERAY) ने उनकी जगह रंजीत सिंह देओल की नियुक्ति की है।