कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप के कारण मुंबई सहित पूरे राज्य में तालाबंदी (lockdown) की गई है। इस तालाबंदी को 3 महीने से अधिक समय हो गया है। हालांकि, तालाबंदी के 5 वें चरण में, नागरिकों 1.0 अनलॉक (uolock 0.1) के माध्यम से थोड़ी राहत देने की कोशिश की गई है। इस अनलॉक में नागरिकों को काम पर जाने से लेकर, मॉर्निंग वॉक सहित अन्य कुछ कार्यों के लिए घर से बाहर निकलने की छूट दी गई है।
हालांकि, दादर (dadar)जो कि कंटेन्मेंट जोन (Contentment zone) है, अनलॉक में मिली छूट के बाद स्थानीय लोगों ने सड़कों पर, बाजारों में अनुचित रूप से भीड़ बढ़ाना शुरू कर दिया। जिसके बाद वहां कोरोना के केस में वृद्धि होने लगी।
जबकि धारावी (dharavi) में स्थिति नियंत्रण में है तो वहीं दादर में रोगियों की बढ़ती संख्या नगर निगम के लिए सिरदर्द बन गई है। मरीजो की संख्या में वृद्धि होती देख दादर के लगभग 97 इमारतों में सख्त तालाबंदी लागू कर दी गई यानी वहां के सोसायटी वालों ने एक तरह से खुद ही पूरी बिल्डिंग को लॉकडाउन कर दिया।
मार्च में मुंबई में कोरोना (Covid-19) संक्रमण बढ़ने लगा। अप्रैल के अंत में, दादर में केवल 33 मरीज पाए गए थे लेकिन मई के अंत तक यह संख्या बढ़कर 319 तक पहुंच गई थी और 5 जुलाई तक यहां मरीजों की संख्या बढ़कर 956 तक पहुंच गई थी।
23 मई को, दादर में 25 इमारतों में कोरोना पॉजिटिव (Corona positive) पाए जानके के बाद आंशिक रूप से बंद किया गया था, लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ती देख अब दादर में 97 इमारतों ने खुद को पूरी तरह से लॉकडाउन कर लिया है।
दादर के बाजार में नागरिकों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए बाजार को अस्थायी रूप से अब सोमैया मैदान और बांद्रा-कुर्ला परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया है।
लॉकडाउन में कुछ ढील के बाद, दादर के निवासी बड़ी संख्या में बाहर घूमने लगे हैं। परिणामस्वरूप, सड़कों पर बढ़ती भीड़ के कारण अप्रैल और मई की तुलना में जून महीने में दादर के रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है।