नेशनल मेडिकल कमिशन बिल के खिलाफ 2 अप्रैल को देसभर में डॉक्टरों की होनेवाली हड़ताल अब रद्द कर दी गई है, डॉक्टरों ने ये हड़ताल वापस ले ली है। संसदीय समिति ने सरकार को बिल में कुछ बदलाव करने का निर्देश दिया था सरकार ने इनमें से कुछ निर्देशों पर विचार करने का फैसला किया है इसके साथ ही रकार ने डॉक्टरों की कुछ मांगों को मंजूरी दी है
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एमबीबीएस परीक्षा को ही एक्जिट परीक्षा किया जाये। लेकिन केंद्र सरकार के इस निर्णय पर देशभर के डॉक्टर इसके खिलाफ थे। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि वानखेड़कर ने कहा कि 2 अप्रैल को डॉक्टरों के एक टीम की मुलाकात स्वास्थ मंत्री से होगी जिसके बाद आगे के बारे में फैसला लिया जाएगा।
कैबिनेट द्वारा मंजूर किये गए निर्णय
1) एमबीबीएस की परीक्षा एक्जिट परीक्षा हो, यह परीक्षा देश भर में चिकित्सा विश्वविद्यालयों से गुजरने वाले छात्रों के लिए होगी। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद छात्रों को अभ्यास करने की अनुमति दी जाएगी।
२) आयुर्वेदिक चिकित्सक को एलोपैथी अभ्यास करने के मुद्दे को बिल को हटा दिया था।
3) एलोपैथी अभ्यास के लिए एक आयुर्वेदिक चिकित्सक को बिल से हटा दिया गया है। राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं के लिए क्या क्या निर्णय किया है।
4) निजी मेडिकल कॉलेज के 50% जगहों की फीस पर सरकार का अंकुष
5) नेशनल मेडिकल कमिशन बिल में राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के लोगों की संख्या 3 से बढ़ाकर 6 किया गया।