खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) के बृहन्मुंबई डिवीजन द्वारा बुधवार सुबह मुंबई में 5 प्रवेश द्वारो पर दूध मिलावता के खिलाफ एक विशेष अभियान शुरू किया गया । राज्य के अलग अलग इलाको से मुंबई में आनेवाले 227 दूध की टैकरो की एफडीए की ओर से जांच की गई। एरोली, दहिसर, मुलुंड और एलबीएस चेक नाके पर इन दूध की के टैंकरो की जांच की गई।
19,000 लीटर दूध में मिलावट
एफडीए ने 9 लाख 27 हजार लीटर दूध की जांच की जिसमें से 19,000 लीटर दूध में मिलावट पाई गई। एफडीए के सहआयुक्त बृहन्मुंबई (अन्न) शैलेश आढाव ने बताया की एफडीए ने इन मिलावटी दूध को तुरंत खत्म कर दिया। एफडीए ने 5 टोल नाकों पर 35 अधिकारियों की टाम बनाकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। कुल 13 नमूनों को जांच के लिए लिया गया था , जिसमें से 5 नमूनों में मिलावट पाई गई थी।
पुणे और नाशिक से आये 3 हजार 442 लीटर दूध को फिर से रिप्रोसेसिंग के लिए डेयरी में भेज दिया गया है, इन दूध की किमत 1 लाख 930 रुपये है। 19, 000 लीटर दूध में मिलावट पाई गई इनमे मायट्रोडेसिल और अमोनिया सल्फेट जैसे खतरनाक तत्व पाये गए है।
यह भी पढ़े- तेल के दाम बढ़ने के बाद अब प्याज के दाम भी बढ़े