Advertisement

बंद होंगी फॉगिंग मशीनें, अब होगा दवा का छिड़काव


बंद होंगी फॉगिंग मशीनें, अब होगा दवा का छिड़काव
SHARES

नालों में और जमा हुए पानी में मच्छरों को पनपने से रोकने और मच्छरों के प्रकोप को कम करने के लिए बीएमसी ने फॉगिंग की व्यवस्था की थी, लेकिन अब बीएमसी इन मशीनों को धीरे-धीरे बंद कराने का विचार कर रही है। बीएमसी के मुताबिक इन फॉगिंग मशीनों से लोगों को कई शिकायतें होती है और इससे मच्छरों पर कोई प्रभाव भी नहीं पड़ता है। अब बीएमसी नालों और जमा हुए पानी में मच्छरों को रोकने के लिए दवाइयों का छिड़काव करेगी।

फॉगिंग के धुएं से अस्थमा का खतरा 
बीएमसी कमिश्नर अजोय मेहता ने सभागृह की बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक फॉगिंग से अस्थमा बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है इसीलिए अब फॉगिंग मशीनों को बंद कर दिया जायेगा और इसकी जगह दवाइयों का छिड़काव किया जायेगा।

 

तो ऐसे लोगों पर होगी कार्रवाई 
उन्होंने आगे कहा कि मच्छरों के पैदा होने से रोकने के लिए विशेष उपाय किये जाएंगे। जहां-जहां पानी जमा होता है वहाँ मच्छर अधिक मात्रा में पैदा होते हैं, इसे अब रोका जायेगा। यही नहीं उन्होंने कहा कि अगर कहीं भी पानी जमा होने से मच्छर पैदा होते हैं तो पानी जमा करने वाले जवाबदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पिछले साल कुल 17800 लोगों को इस बाबत नोटिस भेजी गयी थी साथ ही 2100 लोगों पर केस भी दर्ज किया गया जिनसे जुर्माने के रूप में कुल 80 लाख रूपये वसूल किये गए।

आपको बता दें कि इसके पहले मुंबई में मात्र 27 फॉगिंग मशीनें ही थीं, लेकिन 10 साल पहले सभी 227 वॉर्डों को फॉगिंग मशीनें खरीदने का आदेश दिया गया। उसके बाद सभी वॉर्डों में यह फॉगिंग मशीनें कार्यरत हैं। इसके अलावा सात परिमंडलों में इस तरह की एक वाहन फॉगिंग मशीन भी उपलब्ध है।

Read this story in मराठी or English
संबंधित विषय
Advertisement
मुंबई लाइव की लेटेस्ट न्यूज़ को जानने के लिए अभी सब्सक्राइब करें