मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) ग्रोथ हब के तहत, एमएमआर को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के आर्थिक विकास केंद्र के रूप में विकसित किया जाना है। इसके लिए विभिन्न परियोजनाएं क्रियान्वित की जाएंगी। (international educity to be set in MMR region)
ग्रोथ हब का लक्ष्य एमएमआर को एक अग्रणी, अंतर्राष्ट्रीय स्तर का शैक्षिक केंद्र बनाना भी है।ग्रोथ हब योजना के अनुसार, 2030 तक दो ऐसी 'शिक्षाएं' स्थापित की जाएंगी, एक नवनगर (मुंबई III) में लगभग 100 हेक्टेयर भूमि पर और दूसरी अटल सेतु प्रभावित क्षेत्र में नैना परियोजना पर।
इसमें 15 इंजीनियरिंग कॉलेज, दो या तीन लॉ कॉलेज, पांच या छह मेडिकल और फार्मेसी कॉलेज तथा अन्य कॉलेज शामिल होंगे।महत्वपूर्ण बात यह है कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार केंद्र वडाला में एक प्रबंधन पाठ्यक्रम (एमबीए) कॉलेज की भी योजना बनाई जा रही है। साथ ही, हर साल देश-विदेश से 20,000 छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए एमएमआर में लाने का लक्ष्य भी रखा गया है।
एमएमआरडीए की शैक्षिक हब योजना के अनुसार, 2030 तक एमएमआर में 25 से 30 नए कॉलेज बनाए जाएंगे।इसमें 15 इंजीनियरिंग कॉलेज, दो से तीन नियोजन कॉलेज, दो से तीन विधि कॉलेज, एक या दो कला कॉलेज तथा पांच से छह मेडिकल एवं फार्मेसी कॉलेज शामिल होंगे।
वडाला ट्रेड सेंटर में प्रबंधन पाठ्यक्रम कॉलेज की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इन कॉलेजों के माध्यम से हर साल अतिरिक्त 20,000 छात्रों को एमएमआर की ओर आकर्षित करने का प्रयास किया जाएगा।यह कॉलेज किस प्रकार बनाया जाएगा, यह विस्तृत योजना तैयार होने के बाद स्पष्ट हो जाएगा। सूत्रों ने बताया कि एमएमआर को विकास केन्द्र में एक अग्रणी, अंतरराष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक केन्द्र के रूप में भी विकसित किया जाएगा।
इसके एक भाग के रूप में, एक एजुसिटी थर्ड मुंबई में तथा एक नैना सिटी में विकसित की जाएगी। यह एजुसिटी लगभग 100 हेक्टेयर क्षेत्र में स्थित होगी। इसमें कॉलेज, छात्र छात्रावास, खेल के मैदान, छात्रों के लिए आवश्यक दुकानें और अन्य सुविधाएं शामिल हैं।
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